Delhi Air Pollution : दिल्ली और NCR में इस समय भारी धुंध के कारण लोगों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। धुंध की चादर के चलते सुबह-सुबह सड़कों पर विजिबिलिटी लगभग शून्य हो जाती है, जिससे ट्रैफिक जाम और लंबी वाहनों की कतारें नजर आ रही हैं। इस प्रदूषण के कारण लोग खांसी, गले में जलन और आंखों में सूजन जैसी समस्याओं से परेशान हो रहे हैं। प्रदूषण के स्तर में सुधार की संभावना अभी भी काफी कम नजर आ रही है, हालांकि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए ग्रैप-3 (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) लागू कर दिया गया है।
स्कूलों पर असर
दिल्ली के प्रदूषण के बिगड़ते हालात को देखते हुए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री आतिशी ने घोषणा की कि सभी प्राथमिक विद्यालयों में (कक्षा 5 तक) अब फिजिकल कक्षाओं की जगह ऑनलाइन कक्षाएं चलेंगी, ताकि छोटे बच्चों को प्रदूषण के हानिकारक प्रभावों से बचाया जा सके।
ग्रैप-3 लागू होने पर क्या-क्या प्रतिबंध
ग्रैप-3 के लागू होने के बाद दिल्ली और NCR में कई सख्त प्रतिबंध लगाए गए हैं। अब दिल्ली में केवल इलेक्ट्रिक, CNG और BS-6 डीजल वाहनों को ही अनुमति है। अन्य सभी प्रकार के वाहनों का दिल्ली में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त, निर्माण कार्य और भवनों की तोड़फोड़ पर भी रोक लगाई गई है। साथ ही, प्रमुख सड़कों पर प्रदूषण कम करने के लिए प्रतिदिन पानी का छिड़काव किया जाएगा।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री का बयान
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बढ़ते प्रदूषण को लेकर कहा कि यदि स्थिति में सुधार नहीं होता है, तो और भी कड़े कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि प्रदूषण के इस स्तर के पीछे मुख्य कारण हवा की गति में कमी और तापमान में गिरावट है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्ली का AQI (वायु गुणवत्ता सूचकांक) गुरुवार को 428 के गंभीर स्तर पर दर्ज किया गया।
पटाखों और पराली का प्रभाव
दिल्ली में हर साल प्रदूषण का स्तर दिवाली के बाद तेजी से बढ़ता है। हालाँकि इस साल दिवाली के तुरंत बाद इतनी धुंध नहीं छाई थी, लेकिन कुछ दिनों बाद ही दिल्ली में AQI बढ़ने लगा। हरियाणा और पंजाब के किसानों द्वारा पराली जलाने से भी प्रदूषण में इजाफा हुआ है।
दिल्ली का AQI खतरनाक स्तर पर
दिल्ली के कई इलाकों में AQI 450 के ऊपर पहुंच गया है। आनंद विहार, अशोक विहार, जहांगीरपुरी, सोनिया विहार और वजीरपुर जैसे क्षेत्रों में AQI 460 से भी अधिक दर्ज किया गया है। धुंध के चलते दिल्ली एयरपोर्ट पर विजिबिलिटी शून्य हो गई, जिसके कारण कई उड़ानों का रूट डायवर्ट करना पड़ा।