दिल्ली ब्लास्ट: डॉ. उमर नबी की DNA से हुई पहचान, इस केस अब ED की एंट्री

Delhi Blast :  दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए कार ब्लास्ट मामले में एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। जांच एजेंसियों ने पुष्टि की है कि धमाके में इस्तेमाल हुई i20 कार को डॉ. उमर नबी ही चला रहा था और उसकी भी इस घटना में मौत हो गई। कार से मिले शरीर के अवशेषों का DNA उमर के परिवार के सदस्यों से मैच हो गया है। सूत्रो के अनुसार बताया जा रहा है कि डॉ. उमर नबी का DNA उसकी मां के DNA से मैच हो गया है। 

इस बीच, गुरुवार सुबह एक और घायल व्यक्ति की मौत के साथ ही इस आतंकी हमले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है। 20 घायलों में से 3 की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। केंद्र सरकार ने बुधवार को कैबिनेट मीटिंग में प्रस्ताव पारित कर इसे आधिकारिक तौर पर आतंकी हमला घोषित कर दिया है।
ED की एंट्री, 23 लाख की फंडिंग की होगी जांच
मामले की गंभीरता को देखते हुए अब इसमें प्रवर्तन निदेशालय (ED) की भी एंट्री हो गई है। ED इस मामले में जांच करने वाली पांचवीं एजेंसी है। सूत्रों के मुताबिक, ED इस बात की जांच करेगी कि आरोपी डॉक्टरों ने विस्फोटक खरीदने और आतंकी साजिश को अंजाम देने के लिए 23 लाख रुपए कहां से जुटाए थे।

दावा है कि आरोपी डॉ. मुजम्मिल, डॉ. आदिल, उमर और शाहीन ने मिलकर करीब 20 लाख रुपए जमा किए थे, जो उमर को दिए गए थे। इसके अलावा, IED बनाने के लिए 3 लाख रुपए में 20 क्विंटल से ज्यादा NPK फर्टिलाइजर खरीदा गया था। यह खरीद गुरुग्राम, नूंह और आसपास के इलाकों से की गई थी। जांच में यह भी सामने आया है कि पैसों को लेकर उमर और मुजम्मिल के बीच विवाद भी था। ED अब अल-फलाह यूनिवर्सिटी से हुए लेनदेन की भी जांच करेगी।
दूसरी कार की तलाश और हरियाणा कनेक्शन
दिल्ली पुलिस को अब एक सिल्वर रंग की ब्रेजा कार की तलाश है, जिसका इस्तेमाल आतंकियों ने लॉजिस्टिक सपोर्ट के लिए किया था। पुलिस की आशंका है कि आतंकियों के पास एक नहीं, बल्कि दो कारें थीं। इस कार की तलाश के लिए बुधवार को दिल्ली के साथ-साथ पड़ोसी राज्यों उत्तर प्रदेश और हरियाणा में भी अलर्ट जारी किया गया था।
इसके बाद हरियाणा के खंदावली गांव में एक लावारिस गाड़ी मिलने की सूचना मिली। NSG का बॉम्ब स्क्वाड दस्ता मौके पर पहुंचकर गाड़ी की जांच कर रहा है। सूत्रों का कहना है कि गाड़ी जिस जगह मिली है, वह उमर के ड्राइवर की बहन का घर है। इससे जांच का दायरा और बढ़ गया है।
एक बड़ी साजिश का हिस्सा
जांच एजेंसियां अब इस ब्लास्ट को एक बड़ी साजिश का हिस्सा मान रही हैं। माना जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर में हाल ही में चिपकाए गए पोस्टर, फरीदाबाद में विस्फोटक मिलना और दिल्ली में हुआ ये धमाका, ये सभी घटनाएं आपस में जुड़ी हुई हैं। एजेंसियां इन कड़ियों को जोड़कर पूरी साजिश का पर्दाफाश करने में जुटी हैं।