इंदौर में डेला रिसॉर्ट्स की बड़ी पहल, 70 एकड़ में बनेगी लग्जरी टाउनशिप

डेला रिसॉर्ट्स एंड एडवेंचर, पुणे टाउनशिप की सफल घोषणा के बाद अब अपने मालिकाना वाले सीडीडीएमओटीएम मॉडल के साथ इंदौर के बाज़ार में प्रवेश करने के लिए तैयार है, जिसका लक्ष्य है एक ऐतिहासिक मेगा-टाउनशिप लॉन्च करना और इससे 1,000 करोड़ रुपये की आय होने की उम्मीद है।

थीम आधारित आतिथ्य संचालित यह मॉडल रियल एस्टेट में एक नया निवेश वर्ग प्रस्तुत करता है जिसमें 9% तक के आरओआई की क्षमता है। यह मॉडल सुनिश्चित करता है कि मूल्य प्रस्ताव रियल एस्टेट से कहीं आगे बढ़े तथा एक ऐसी सुव्यवस्थित जीवनशैली परितंत्र का निर्माण करे जिसमें विलासिता, समुदायिकता और अनुभवात्मक आतिथ्य का मिश्रण हो।

इंदौर के तेज़ी से विकसित हो रहे चोरल क्षेत्र में 70 एकड़ के दायरे में फैली इस टाउनशिप में 274 निजी विला प्लॉट, 128 रिसॉर्ट निजी आवास, 5-सितारा लक्जरी रिसॉर्ट, विवाह स्थल, कॉर्पोरेट और एमआईसीई स्थल, एक्सट्रीम एडवेंचर पार्क, स्वास्थ्य सुविधाएं और डेला की विशिष्ट डिज़ाइन संवेदनाओं के आधार पर बने अनुभवात्मक स्थान (एक्सपीरियंशियल स्पेस) शामिल होंगे। टाउनशिप की समकालीन डिजाइन शैली घर के मालिकों और निवेशकों की नई पीढ़ी की सौंदर्य संबंधी प्राथमिकताओं के साथ गहराई से मेल खाती है, जो अनुभव-आधारित जीवन, स्थिर रिटर्न और दीर्घकालिक परिसंपत्ति वृद्धि को महत्व देते हैं।

डेला रिसॉर्ट्स एंड एडवेंचर के संस्थापक और अध्यक्ष, जिमी मिस्त्री ने कहा, “इंदौर, अनुभव आधारित जीवन के ज़रिये से रियल एस्टेट को नए सिरे से परिभाषित करने की हमारी यात्रा के लिहाज़ से अगला पड़ाव है। यहां मैंने अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की है और इसलिए इस शहर का मेरे दिल में विशेष स्थान है। इस शहर को लेकर जो मेरी कल्पना है वह उस भावनात्मक जुड़ाव से पैदा हुई है। हमारे मालिकाना हक वाले डेला सीडीडीएमओटीएम मॉडल के साथ, हम न केवल एक टाउनशिप पेश कर रहे हैं – हम एक नया परिसंपत्ति वर्ग बना रहे हैं जो विलासिता, जीवन शैली और स्थायी मूल्य का मिश्रण है। यह परियोजना न केवल उच्च रिटर्न बल्कि अविस्मरणीय अनुभव देने के लिए तैयार की गई है।”

यह परियोजना फिलहाल ज़मीन के मालिकों के साथ सीडीडीएमओटीएम समझौतों को अंतिम रूप दिए जाने की प्रक्रिया में है, साथ ही शहर के भीतर और अधिक टाउनशिप बनाने की योजना है। आतिथ्य आधारित थीम वाली इस टाउनशिप का उद्देश्य शहरी जीवन को पुनर्परिभाषित करना, इंदौर में एक सांस्कृतिक आकर्षण का केंद्र बनना और अन्य उभरते भारतीय महानगरों के लिए एक अनुकरणीय मॉडल बनना है।