Indore News : इंदौर में मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) के अभ्यर्थियों का आंदोलन शनिवार को चौथे दिन भी जारी रहा। लगभग 5,000 से अधिक छात्रों ने इस प्रदर्शन में भाग लिया। प्रदर्शनकारी आंदोलन स्थल पर ही रुकने, खाने-पीने और सोने की व्यवस्था कर चुके हैं। उनकी मांगें पूरी न होने तक आंदोलन जारी रखने का संकल्प है।
नेता प्रतिपक्ष और निर्दलीय विधायकों का समर्थन
शनिवार को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और सैलाना के निर्दलीय विधायक कमलेश्वर डोडियार प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों का समर्थन करते हुए कहा कि वे उनकी समस्याओं को विधानसभा में उठाएंगे। यह कदम छात्रों को हौसला देने वाला साबित हुआ।
अनशनकारियों की बिगड़ती तबियत
प्रदर्शन के दौरान गुरुवार रात से आमरण अनशन पर बैठे अरविंद सिंह भदौरिया की तबियत खराब हो गई। उन्हें तुरंत चिकित्सा सहायता दी गई। उनके साथ राधे जाट भी अनशन पर हैं। प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन और आयोग के साथ हुई बातचीत को बेनतीजा बताया और चेतावनी दी कि मांगें न माने जाने पर आंदोलन और उग्र होगा।
कांग्रेस का समर्थन
प्रदर्शन को राजनीतिक समर्थन भी मिल रहा है। युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मितेंद्र सिंह ने प्रदर्शन स्थल पर पहुंचकर छात्रों के प्रति अपनी एकजुटता प्रकट की। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि छात्रों की मांगें नहीं मानी गईं, तो युवक कांग्रेस पूरे प्रदेश में मुख्यमंत्री के पुतले जलाएगी।
प्रदर्शनकारियों की प्रमुख मांगें
अभ्यर्थियों ने अपनी मांगें स्पष्ट की हैं और उन्हें पूरा होने तक आंदोलन जारी रखने की बात कही है। उनकी प्रमुख मांगें निम्नलिखित हैं:
- उत्तरपुस्तिकाओं की पारदर्शिता: परीक्षाओं की उत्तरपुस्तिकाएं दिखाना और मार्कशीट जारी करना।
- परिणाम प्रणाली में सुधार: 87% और 13% प्रणाली को समाप्त कर 100% परिणाम घोषित करना।
- अधिक पदों पर भर्ती: 2025 की राज्य सेवा परीक्षा में 700 से अधिक पदों पर भर्ती सुनिश्चित करना।
- पदों की संख्या बढ़ाना: राज्य वन सेवा और अन्य परीक्षाओं में पदों की संख्या में वृद्धि करना।
- परीक्षा कैलेंडर जारी करना: सहायक प्राध्यापक और अन्य परीक्षाओं का कैलेंडर जल्द से जल्द जारी करना।
- MPPSC में सुधार: छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की तर्ज पर MPPSC में सुधार करना।