Dengue In Indore: इंदौर में डेंगू का कहर, 13 साल के बच्चे की मौत, प्राइवेट लैब में हुई थी पुष्टि

Dengue In Indore: इंदौर शहर में डेंगू के मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है, और अब इस बीमारी से मौत के मामले भी सामने आ रहे हैं। बुधवार रात, डेंगू से पीड़ित 13 वर्षीय अथर्व मित्तल, जो श्याम नगर के निवासी थे, का इलाज के दौरान निधन हो गया। यह घटना शहर में डेंगू के बढ़ते प्रकोप को लेकर चिंता का कारण बन गई है। स्थानीय स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन इस मामले पर ध्यान दे रहे हैं, ताकि जल्द से जल्द इस संक्रमण के फैलाव को रोकने के उपाय किए जा सकें।

डेंगू की पुष्टि निजी लैब की जांच में हुई थी, लेकिन स्वास्थ्य विभाग को इसकी सूचना नहीं दी गई, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई। इससे पहले सितंबर में भी 15 वर्षीय बालक की डेंगू से मौत हो चुकी है, और यह वर्ष की दूसरी मौत है। बेटे की मौत के बाद, परिवार और व्यापारी ने अस्पताल प्रबंधन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है। इस मामले को लेकर स्वास्थ्य विभाग और अस्पताल प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं, और परिवार के सदस्यों ने उचित जांच और जिम्मेदारी की मांग की है।

अथर्व की मां मीनू ने बताया कि उनके बेटे अथर्व को सात दिसंबर से बीमारी का सामना करना शुरू हुआ था। पहले उसे गले में दर्द हुआ, जिसके बाद उन्होंने उसे नजदीक के डॉक्टर से दिखाया। डॉक्टर की सलाह पर जांच करवाने के बाद पता चला कि बेटे के प्लेटलेट्स कम हो गए थे, जिसके बाद वे उसे इलाज के लिए अरविंदो अस्पताल लेकर गए। मीनू ने यह भी बताया कि अथर्व अस्पताल पैदल चलकर गया था, लेकिन इलाज के बावजूद उसकी हालत बिगड़ गई और वह जिंदगी की जंग हार गया।

अथर्व की मां मीनू ने बताया कि अस्पताल में इलाज के दौरान उनके बेटे के प्लेटलेट्स की संख्या 40,000 से घटकर 13,000 तक पहुंच गई थी। इसके बाद, अगले दिन सुबह स्वजन की सहमति से उन्हें डीएनएस अस्पताल रैफर कर दिया गया। वहां अथर्व को वेंटीलेटर पर रखा गया, लेकिन इलाज के बावजूद उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ और उसकी मौत हो गई। परिवार ने अस्पताल प्रबंधन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है।

अथर्व की मां ने भावुक होकर बताया कि काफी मन्नतों के बाद उन्हें बेटा हुआ था, और उनकी जिंदगी में ये दर्दनाक घटना बहुत ही कष्टकारी है। इस मामले में अरबिंदो अस्पताल के प्रबंधक राजीव सिंह ने कहा कि अथर्व को गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया था, और उसकी रिपोर्ट में डेंगू पाजिटिव पाया गया था। उन्होंने यह भी बताया कि स्वजन ने अपनी मर्जी से बच्चे को दूसरे अस्पताल में इलाज के लिए भेजा। विशेषज्ञों के अनुसार, डेंगू के लक्षणों में तेज बुखार, जोड़ों में दर्द, आंखों के पीछे दर्द, और शरीर में चकते शामिल हैं। इन लक्षणों को पहचानने के बाद समय पर इलाज करवाना बहुत जरूरी है, ताकि स्थिति और गंभीर न हो।