उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में मंगलवार सुबह यमुना एक्सप्रेस-वे पर एक ऐसा दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसने हर किसी को झकझोर कर रख दिया। बलदेव थाना क्षेत्र में माइलस्टोन 127 के पास घने कोहरे ने कुछ ही पलों में सब कुछ तबाह कर दिया। अचानक हालात ऐसे बने कि तेज रफ्तार एक्सप्रेस-वे चीख-पुकार, धुएं और आग की लपटों में बदल गया। इस भयावह दुर्घटना में 7 बसें और 3 कारें आपस में टकरा गईं। टक्कर के बाद कई वाहनों में आग लग गई, जिसमें 13 यात्रियों की जिंदा जलकर मौत हो गई, जबकि करीब 150 लोग घायल बताए जा रहे हैं।
कोहरे ने छीनी नजर, एक ब्रेक बना हादसे की वजह
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक सुबह तड़के अचानक कोहरा इतना घना हो गया कि कुछ मीटर आगे तक देख पाना भी मुश्किल हो गया। विजिबिलिटी घटकर 50 मीटर से भी कम रह गई थी। इसी दौरान एक वाहन ने अचानक ब्रेक लगाया और पीछे से आ रहे वाहन एक-दूसरे से टकराते चले गए। तेज रफ्तार के कारण किसी को संभलने का मौका नहीं मिला और देखते ही देखते कई बसें और कारें हादसे की चपेट में आ गईं।
आग ने बढ़ा दी त्रासदी, बाहर निकलने तक का मौका नहीं मिला
टक्कर के बाद कुछ बसों में आग लग गई, जिसने हालात को और ज्यादा भयावह बना दिया। आग इतनी तेजी से फैली कि कई यात्रियों को बाहर निकलने का मौका तक नहीं मिला। प्रशासन ने 13 लोगों के जिंदा जलने की पुष्टि की है। घटनास्थल पर जले हुए वाहनों को देखकर हादसे की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है। आग की लपटों और धुएं ने पूरे इलाके को दहला दिया।
राहत और बचाव में जुटा प्रशासन, घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया
हादसे की सूचना मिलते ही मथुरा और आगरा से पुलिस, फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस और राहत दल मौके पर पहुंच गए। फायर ब्रिगेड की टीमों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। घायलों को वाहनों से बाहर निकालकर तुरंत नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। गंभीर रूप से घायल यात्रियों को आगरा और मथुरा के बड़े अस्पतालों में रेफर किया गया है। प्रशासन मृतकों की पहचान और उनके परिजनों को सूचना देने की प्रक्रिया में जुटा हुआ है।
तेज रफ्तार और लापरवाही पर उठे सवाल
इस हादसे ने एक बार फिर यमुना एक्सप्रेस-वे पर कोहरे के दौरान सुरक्षा इंतजामों की पोल खोल दी है। मौसम विभाग की ओर से पहले ही घने कोहरे की चेतावनी जारी की गई थी, इसके बावजूद एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की आवाजाही सामान्य रही। शुरुआती जांच में सामने आया है कि कई वाहन तय गति सीमा से तेज रफ्तार में चल रहे थे, जिससे हादसा और भीषण हो गया।
यातायात ठप, लंबा जाम और रूट डायवर्जन
दुर्घटना के बाद दिल्ली से आगरा और आगरा से दिल्ली दोनों दिशाओं में यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। एक्सप्रेस-वे पर लंबा जाम लग गया, जिसे हटाने के लिए जेसीबी मशीनों की मदद से क्षतिग्रस्त वाहनों को हटाया गया। पुलिस ने यात्रियों से अपील की है कि फिलहाल वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें और यात्रा से पहले ट्रैफिक अपडेट जरूर लें। मामले की जांच शुरू कर दी गई है और लापरवाही बरतने वाले वाहन चालकों की पहचान की जा रही है।