रिश्वत के मामले को दबाने का DEO का षड्यंत्रकारी प्रयास

स्वतंत्र समय, छतरपुर

शिक्षा विभाग छतरपुर में हो रहे व्यापक भ्रष्टाचार के मामलों के क्रम में एक और मामला सामने आया है। मामला है छतरपुर के गौरीहार विकासखंड का, जहां डीईओ ( DEO ) एमके कौटार्य ने ऋषि त्रिपाठी को पहले विकासखंड शिक्षा अधिकारी का प्रभार दिया, फिर पीएमश्री स्कूल का अतिरिक्त प्रभार भी ऋषि त्रिपाठी को ही सौंप दिया। यही ऋषि त्रिपाठी अब डीईओ के संरक्षण में खुलेआम शिक्षकों से रिश्वत मांगने में लगे हुए हैं। उन्हीं का एक ऑडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें वे रिश्वत मांग रहे हैं। बीईओ ऋषि त्रिपाठी ने सीएम राइज स्कूल जुझारनगर में पदस्थ रेखा भुर्जी नाम की शिक्षिका से फोन पर खुलेआम रिश्वत मांगी है और शिक्षिका के पूछने पर शिक्षिका को नोटिस देने और वेतन से वसूली की धमकी देकर चिल्लाए हैं। रेखा भुर्जी के पिता के बीईओ ऋषि त्रिपाठी से फोन पर बात करने पर वह पैसे मांगने की वजह भी बताते नजर आ रहे हैं और समझा रहे हैं कि यह तो सिस्टम का हिस्सा है।

DEO के संज्ञान में है पूरा मामला, दबाने का प्रयास

रिश्वत का यह पूरा मामला और कॉल रिकॉर्डिंग डीईओ ( DEO ) एमके कौटार्य तक भी पहुंची है, लेकिन डीईओ इस गंभीर मामले को कूटरचित तरीके से दबाने का प्रयास कर रहे हैं। वे लगातार ऋषि त्रिपाठी से मोबाइल पर संपर्क बनाए हुए हैं, जो कि डीईओ के कॉल डिटेल से प्रमाणित हो जाएगी। सूत्रों की मानें तो डीईओ एमके कौटार्य, बीईओ ऋषि त्रिपाठी और एक मीडियाकर्मी ने बैठकर मामले को शांत करने का षड्यंत्र किया है। बीईओ ऋषि त्रिपाठी की वित्तीय अनिमित्ताओं की जांच जिला पंचायत में दो माह से लंबित सीईओ जिला पंचायत तपस्या सिंह ने बीईओ ऋषि त्रिपाठी के खिलाफ प्राप्त वित्तीय अनियमितताओ की शिकायतो पर 24 जनवरी को तीन सदस्यों की टीम (आरपी दुबे, चंद्रसेन सिंह और दिनेश गुप्ता) बनाई और उन्हें 7 दिवस में जांच करने के निर्देश दिए थे जो कि 3 महीने गुजर जाने के बाद भी लंबित है। जांच होने पर ऋषि त्रिपाठी के शासन की धनराशि के गबन के मामले तक सामने आने की बात कही जा रही है।

इनका कहना है…

सोशल मीडिया के माध्यम से इस मामले की शिकायत मिली है, जांच में जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।
– वीरेंद्र सिंह रावत, कमिश्नर, सागर