एकनाथ शिंदे : अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि उन्होंने भी 21 जून को एक बड़ा योग किया था। उन्होंने बताया कि 2022 में इसी दिन उन्होंने एक बड़ा फैसला लिया था, जिससे राज्य की राजनीति बदल गई। शिंदे ने उस दिन को याद किया जब उन्होंने शिवसेना में बगावत की थी और उद्धव ठाकरे की सरकार गिर गई थी। उन्होंने इसे राज्य में स्थिरता और विकास की शुरुआत बताया। शिंदे ने कहा कि पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में सीएम देवेंद्र फडणवीस और वे मिलकर महाराष्ट्र के विकास के लिए काम कर रहे हैं। उनका यह बयान शिवसेना (यूबीटी) पर सीधा तंज माना जा रहा है।
शिवसेना में टूट के बाद उद्धव ठाकरे ने छोड़ी थी सत्ता
जून 2022 में एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद शिवसेना दो हिस्सों में बंट गई थी। यह राजनीतिक संकट इतना बड़ा था कि उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद शिंदे गुट ने बीजेपी के साथ मिलकर नई सरकार बना ली। तब से दोनों गुटों के बीच सत्ता को लेकर खींचतान चल रही है। शिवसेना के नाम और चुनाव चिह्न को लेकर भी दोनों पक्षों में कानूनी विवाद हुआ। आखिरकार, चुनाव आयोग ने पुरानी शिवसेना का नाम और चिन्ह एकनाथ शिंदे के गुट को दे दिया, जिससे उन्हें बड़ी राजनीतिक मान्यता मिल गई।
योग दिवस के मौके पर पीएम मोदी को दी गईं शुभकामनाएं
एकनाथ शिंदे ने योग दिवस की शुभकामनाएं दीं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की कोशिशों से ही योग को दुनिया भर में पहचान मिली है। शिंदे ने कहा कि पीएम मोदी रोज योग करते हैं, इसलिए वह तंदुरुस्त हैं और देश को मजबूत तरीके से आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के जरिए मोदी ने पाकिस्तान को कड़ा जवाब दिया है। शिंदे ने पीएम मोदी को देश की ताकत और स्थिरता का प्रतीक बताया।