देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo इन दिनों गहरे ऑपरेशनल संकट से गुजर रही है। लगातार उड़ानें रद्द होने के मामले में अब नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने कड़ा रुख अपनाते हुए एयरलाइन के शीर्ष प्रबंधन को तलब किया है। DGCA ने इंडिगो के CEO और COO को समन जारी किया है और उन्हें कल सुबह 11 बजे व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर स्थिति पर जवाब देना होगा। इसके साथ ही नियामक ने संकेत दिया है कि इंडिगो को दिए गए अतिरिक्त रूट आवंटन में कटौती भी की जा सकती है।
चार सदस्यीय विशेष समिति करेगी पूछताछ
सूत्रों के मुताबिक, DGCA ने एक चार सदस्यीय विशेषज्ञ समिति गठित की है, जो एयरलाइन की वर्तमान स्थिति का विस्तार से मूल्यांकन करेगी। यह समिति पिछले छह दिनों में रद्द हुई लगभग 3900 उड़ानों को लेकर इंडिगो के शीर्ष अधिकारियों से गहन पूछताछ करेगी। टीम का ध्यान मुख्य रूप से क्रू मैनेजमेंट, ऑपरेशनल तैयारी और नए लागू हुए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों से जुड़ी कमियों पर रहेगा, जिनके कारण स्थिति लगातार बिगड़ती गई।
इस समिति में शामिल हैं:
- संजय के. ब्रह्मणे, ज्वाइंट डायरेक्टर जनरल
- अमित गुप्ता, डिप्टी डायरेक्टर जनरल
- कैप्टन कपिल मांगलिक, सीनियर फ्लाइट ऑपरेशन इंस्पेक्टर
- कैप्टन लोकेश रामपाल, फ्लाइट ऑपरेशन इंस्पेक्टर
ये अधिकारी घटनाक्रम की पूरी श्रृंखला को समझेंगे और यह जांचेंगे कि इंडिगो अपनी आंतरिक प्रक्रियाओं का सही तरीके से पालन कर रही थी या नहीं।
आठवें दिन भी हालात नहीं सुधरे
उड़ान संकट में फंसी IndiGo की परेशानियां अब आठवें दिन भी खत्म होती नहीं दिख रही हैं। ऑपरेशनल चुनौतियों की वजह से आज भी 450 से अधिक उड़ानें रद्द कर दी गईं, जिससे यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। दो दिसंबर से शुरू हुए इस संकट में अब तक हजारों यात्री देरी, कैंसिलेशन और री-शेड्यूलिंग का शिकार हो चुके हैं।
एयरलाइन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि स्थिति को सामान्य करने के लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं और उम्मीद है कि 10 दिसंबर तक सभी संचालन सामान्य स्तर पर लौट आएंगे। लेकिन DGCA की बढ़ती जांच और लगातार उड़ानें रद्द होने से संकट और गहराता दिखाई दे रहा है।
DGCA का फोकस: जवाबदेही तय करना
DGCA की विशेष समिति एयरलाइन के संचालन संबंधी सभी पहलुओं का गहराई से अध्ययन कर रही है। नियामक यह समझना चाहता है कि किस वजह से इंडिगो के सिस्टम में इतनी बड़ी चूक हुई कि हजारों उड़ानें अप्रत्याशित रूप से प्रभावित हो गईं। जांच का मुख्य उद्देश्य यह भी है कि भविष्य में ऐसी स्थिति दोबारा न बने और एयरलाइन अपने संसाधनों व मानवबल की उचित योजना बनाकर ही सेवाएं संचालित करे।
कुल मिलाकर, DGCA की सख्त जांच और एयरलाइन के सामने खड़ी चुनौतियां यह दर्शाती हैं कि आने वाले कुछ दिनों में इंडिगो के संचालन में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं।