अनुराग कश्यप ने Dhadak 2 की तुलना राज कपूर, गुरु दत्त की क्लासिक्स से की, बोले- ये है मेनस्ट्रीम सिनेमा

बॉलीवुड के मशहूर फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप ने हाल ही में रिलीज हुई फिल्म ‘Dhadak 2’ की जमकर तारीफ की है। धर्मा प्रोडक्शंस के बैनर तले बनी इस फिल्म को अनुराग ने न केवल एक साहसी प्रयास बताया, बल्कि इसे राज कपूर, गुरु दत्त, बिमल रॉय, के.ए. अब्बास, बी.आर. चोपड़ा और यश चोपड़ा जैसे दिग्गज फिल्मकारों की क्लासिक्स के समकक्ष रखा। उनके अनुसार, यह फिल्म मेनस्ट्रीम सिनेमा का वह रूप है, जो सामाजिक प्रासंगिकता को उजागर करता है और दर्शकों को गहरे संदेश के साथ जोड़ता है।

Dhadak 2′ की कहानी और प्रभाव

‘धड़क 2’ का निर्देशन शाजिया इकबाल ने किया है, और इसमें सिद्धांत चतुर्वेदी और तृप्ति डिमरी मुख्य भूमिकाओं में हैं। फिल्म को दर्शकों और समीक्षकों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है, हालांकि इसकी बॉक्स ऑफिस शुरुआत अपेक्षाकृत धीमी रही। अनुराग ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में फिल्म की कहानी को समाज का आईना बताया, जो उन मुद्दों को उठाती है जिनसे लोग रोजमर्रा की जिंदगी में बचते हैं। उन्होंने लिखा, “यह फिल्म उस संवाद को सामने लाती है, जिसे हम अक्सर टालते हैं। मेनस्ट्रीम सिनेमा का यही असली मकसद होना चाहिए।”

अनुराग ने फिल्म को तमिल सिनेमा की कृति ‘परियेरुम पेरुमल’ का रीमेक बताया, जिसमें मूल कहानी की भावना को बरकरार रखते हुए एक सशक्त प्रस्तुति दी गई है। उनके अनुसार, यह फिल्म दर्शकों के दिलों को छूती है और समाज की वास्तविकता को बिना किसी लाग-लपेट के पेश करती है।

दिग्गजों की विरासत से तुलना

अनुराग कश्यप ने ‘Dhadak 2’ की तुलना राज कपूर और गुरु दत्त जैसे दिग्गजों की फिल्मों से करते हुए कहा कि ये फिल्मकार सामाजिक मुद्दों को मेनस्ट्रीम सिनेमा के जरिए प्रभावी ढंग से उठाते थे। राज कपूर की ‘मेरा नाम जोकर’ और गुरु दत्त की ‘प्यासा’ जैसी फिल्में न केवल मनोरंजन करती थीं, बल्कि समाज को सोचने पर मजबूर भी करती थीं। अनुराग का मानना है कि ‘धड़क 2’ उसी परंपरा को आगे बढ़ाती है, जो आज के दौर में कम ही देखने को मिलती है।

उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि दक्षिण भारतीय सिनेमा, खासकर तमिल सिनेमा, आज भी इस तरह की सामाजिक प्रासंगिकता वाली कहानियों को बखूबी पेश करता है। अनुराग ने लिखा, “हमारे मेनस्ट्रीम सिनेमा ने कहीं न कहीं अपनी यह ताकत खो दी थी, लेकिन ‘धड़क 2’ ने इसे फिर से जागृत किया है।”