Vaibhav Suryavanshi : 14 साल के युवा क्रिकेट सनसनी वैभव सूर्यवंशी ने अपनी बल्लेबाजी से क्रिकेट जगत में तहलका मचा दिया है। इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में अपने रोल मॉडल शुभमन गिल का दोहरा शतक देखकर वैभव उत्साह से लबरेज थे। यह पहला मौका था जब वह भारत के बाहर किसी टेस्ट मैच को स्टैंड्स से देख रहे थे। उस पल में वह एक सामान्य 14 साल के किशोर जैसे लग रहे थे, जो क्रिकेट का लुत्फ उठा रहा था। लेकिन मैदान पर वैभव का अंदाज किसी स्टार से कम नहीं है, और वह जल्द ही भारतीय क्रिकेट का उभरता सितारा बनने की राह पर हैं।
वैभव की बल्लेबाजी शैली उनके रोल मॉडल गिल से अलग है और उप-कप्तान ऋषभ पंत से ज्यादा मिलती-जुलती है। बाएं हाथ का यह विस्फोटक बल्लेबाज गेंदबाजों की प्रतिष्ठा की परवाह किए बिना आक्रामक शॉट्स खेलता है। आईपीएल में उनकी 35 गेंदों में सेंचुरी, जो किसी भारतीय द्वारा सबसे तेज और टूर्नामेंट में सबसे कम उम्र में बनाई गई थी, ने सबको हैरान कर दिया। इस दौरान उन्होंने मोहम्मद सिराज, ईशांत शर्मा, प्रसीद कृष्णा, मार्को जानसन, अर्शदीप सिंह, नूर अहमद और रविंद्र जडेजा जैसे अंतरराष्ट्रीय गेंदबाजों को नौसिखिए की तरह खेला।
Vaibhav Suryavanshi को शिखर धवन ने दी सलाह
अपने पहले आईपीएल सीजन में वैभव ने 7 मैचों में 206.56 की स्ट्राइक रेट से 252 रन बनाए और 24 छक्के जड़े, यानी औसतन हर पारी में साढ़े तीन छक्के। यह सब उन्होंने तब किया जब वह सिर्फ 14 साल के थे। हालांकि, तीसरे मैच में वह 86 रन पर आउट हुए और दो बार 40 के स्कोर पर पवेलियन लौटे। बड़े स्कोर बनाने की चुनौती अभी बाकी है, लेकिन पूर्व भारतीय क्रिकेटर शिखर धवन का मानना है कि वैभव के सामने इससे भी बड़ी चुनौतियां हैं।
हिंदुस्तान टाइम्स से खास बातचीत में धवन ने कहा, “14 साल की उम्र में आईपीएल खेलना बहुत बड़ी बात है। जिस तरह वह बड़े-बड़े गेंदबाजों का सामना कर रहा है और आत्मविश्वास के साथ बड़े शॉट्स खेल रहा है, वह अद्भुत है। आईपीएल ने हमारे बच्चों को 5 साल की उम्र से बड़ी टीम में खेलने का सपना देखने का मौका दिया है। वैभव ने उस सपने को हकीकत में बदला। उन्हें और उनके परिवार को बहुत-बहुत बधाई। 14 साल का बच्चा इतने बड़े लीग में दबदबा बनाए, यह अविश्वसनीय है।”
Vaibhav Suryavanshi के लिए कठिन होगा अगला सीजन
हालांकि, धवन ने वैभव को सलाह भी दी कि उन्हें प्रसिद्धि, ध्यान और धन को संभालने की जरूरत है। धवन, जो खुद अपने समय में विस्फोटक सलामी बल्लेबाज रहे, ने चेतावनी दी कि अगला आईपीएल सीजन वैभव के लिए और कठिन होगा। उन्होंने कहा, “इतनी कम उम्र में मिलने वाली शोहरत और पैसा संभालना आसान नहीं है। वैभव को इन सबके बीच संतुलन बनाना होगा। अगला सीजन उनके लिए और चुनौतीपूर्ण होगा, क्योंकि अब गेंदबाज और टीमें उनके खेल को समझने लगेंगी।”वैभव की प्रतिभा और धवन की सलाह से यह साफ है कि यह युवा खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट का भविष्य है। लेकिन, जैसा कि धवन ने कहा, असली चुनौती मैदान के बाहर की होगी, जहां उन्हें अपनी मानसिक और भावनात्मक मजबूती को साबित करना होगा।