चीनी प्रोपेगेंडा फैलाने वाला ग्लोबल टाइम्स का “एक्स अकाउंट” भारत ने बैन कर दिया है। यह एक्स अकाउंट चीनी प्रचार के आउटलेट के लिए काम कर रहा था। यहीं एक्स अकाउंट ग्लोबल टाइम्स पर भारत ने सख्त कदम उठा कर यह दिखा दिया हैकि भारत अब देश विरोधी किसी भी बाहरी साइट को अब देश में सहन नहीं करेगी। बता देंकि पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के कई सरकारी एक्स अकाउंट और वहां के एक्टर-एक्ट्रेस के अकाउंट को भारत में बैन किया था। अब भारत ने चीन पर भी शिकंजा कसा है और देश में प्रोपेगैंडा फैलाने वाले चीनी प्रचार आउटलेट ग्लोबल टाइम्स के एक्स अकाउंट को भारत में प्रतिबंधित कर दिया गया।
भारतीय सेना के खिलाफ फैलाया झूठ
चीन की प्रोपेगेंडा मशीन ‘ग्लोबल टाइम्स’ पर डिजिटल स्ट्राइक कर दी है! भारतीय सेना के खिलाफ झूठे और भ्रामक दावे फैलाने पर केंद्र सरकार ने ग्लोबल टाइम्स के X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट को भारत में पूरी तरह से बैन कर दिया है। यह कार्रवाई उस समय हुई जब चीन के इस सरकारी मुखपत्र ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर मनगढ़ंत खबरें फैलाईं।
फर्जी खबरों पर अब लगेगा ताला
ग्लोबल टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि पाकिस्तान वायुसेना ने भारत के जवाबी हमलों में एक और भारतीय लड़ाकू विमान को मार गिराया है। इस रिपोर्ट में पाकिस्तानी सेना के कथित सूत्रों का हवाला देकर सनसनी फैलाने की कोशिश की गई। लेकिन भारत चुप नहीं बैठा।
भारतीय दूतावास का तीखा जवाब
बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास ने ग्लोबल टाइम्स की इस रिपोर्ट की खुलकर धज्जियां उड़ाईं। उन्होंने X पर जवाब देते हुए कहा, “हम आपको सलाह देंगे कि इस तरह की झूठी सूचनाएं फैलाने से पहले अपने तथ्यों की जांच करें।” इसके साथ ही दूतावास ने PIB Fact Check की मदद से बताया कि ग्लोबल टाइम्स ने जो तस्वीरें दिखाई थीं, वो पुरानी और गुमराह करने वाली थीं । जिनमें एक मिग-29 की राजस्थान में 2024 की दुर्घटना की और दूसरी पंजाब में 2021 की मिग-21 दुर्घटना की तस्वीर थी।
‘ग्लोबल टाइम्स’ को चेतावनी के बाद सीधी कार्रवाई
यह पहला मौका नहीं था जब ग्लोबल टाइम्स को गलत रिपोर्टिंग पर फटकार लगी हो। इससे पहले भी भारत ने चेतावनी दी थी कि तथ्यों की पुष्टि किए बिना कोई भी खबर ना प्रकाशित करें। लेकिन इस बार हद पार हो गई — और सरकार ने फैसला लिया कि अब बात चेतावनी की नहीं, कार्रवाई की होगी।
डिजिटल युद्ध की दस्तक
भारत का यह कदम सिर्फ एक सोशल मीडिया अकाउंट को बैन करने का मामला नहीं, बल्कि यह दिखाता है कि भारत अब अपनी सूचना संप्रभुता पर कोई समझौता नहीं करेगा। विदेशी प्रोपेगेंडा के खिलाफ यह एक सख्त संदेश है कि अब झूठ फैलाओगे, तो बंद कर दिए जाओगे! भारत के इस एक्शन के बाद एक बाद तो साफ हो गई है कि अब भारत विदेशी शक्तियों से जो भारत को कमजोर करने का प्रयास कर रहै है उनके खिलाफ एक्शन लेने की तैयारी कर रहा है।