स्वतंत्र समय, इंदौर
हिंदूवादी संगठनों के लगातार विरोध के बाद पंजाबी सिंगर दिलजीत ( Diljit ) दोशांज के शो में शराब की परमिशन सशर्त दी गई। पहले जहां पूरे कार्यक्रम स्थल पर खुली शराब परोसी जानी थी, वहीं इसे एक लाउंज तक सीमित कर दिया गया। कार्यक्रम स्थल पर लगे नॉनवेज के स्टॉल भी हटा दिए गए। कार्यक्रम में हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने पूरी निगरानी रखी।
Diljit के शो की हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों ने देखी व्यवस्था
उल्लेखनीय है कि पिछले कई दिनों से इंदौर के जनप्रतिनिधियों के साथ ही विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता लगातार दिलजीत ( Diljit ) के शो में शराब परोसे जाने का विरोध कर रहे थे। शनिवार को जब हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ता स्थल पर गए तो वहां शराब और बियर के स्टॉल लगे हुए थे। इसके साथ ही नॉनवेज के कई स्टॉल भी थे। इसके बाद हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने वहां जोरदार विरोध किया था। इतना ही नहीं रविवार को भी भारी संख्या में कार्यकर्ता कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और वहां जमकर विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद कलेक्टर आशीष सिंह ने उन्हें आश्वासन दिया था। शाम को कार्यक्रम शुरू होने से पहले विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कुछ कार्यकर्ता अंदर गए और वहां जाकर व्यवस्थाएं देखी। उनके साथ वकील भी थे। कार्यकर्ताओं ने बाहर निकल कर बताया कि दारू और नॉनवेज के स्टॉल हटा लिए गए हैं। एक सीमित एरिया में शराब परोसी जा रही है और यहां आम लोगों का आना-जाना नहीं है। नॉनवेज भी सिर्फ वहीं सर्व होगा। कार्यकर्ताओं के अनुसार संगठन के कुछ पदाधिकारी अंदर ही रहेंगे।
कार्यक्रम स्थल पर दो हजार पुलिस जवान तैनात
कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा के लिए करीब दो हजार पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। वहीं आयोजकों की तरफ से 2200 से अधिक बाउंसर रखे गए हैं। हिंदूवादी संगठनों और जनप्रतिनिधियों की आपत्ति के बाद पुलिस पूरी तरह अलर्ट है कि यहां कोई गड़बड़ न हो। इसलिए चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है।
मॉल मालिक की मौज ही मौज
इस पूरे आयोजन में चाय व्यापारियों की जमीन पर दो-दो मोल बनाकर बैठे मोल मालिक की मौज ही मौज रही। आयोजन उन्हें के सी-21 एस्टेट पर हो रहा है। अभी तक इस आयोजन को लेकर निशान पर सारेगामा म्जूजिक के अधिकारी ही थे, लेकिन जब इंटरटेनमेंट टैक्स के लिए मॉल मालिक को नोटिस गया तो पूरी कहानी खुलकर सामने आ गई। सूत्र बताते हैं कि इवेंट कंपनी की आड़ में पूरा खेल मोल मालिक ही कर रहे थे। उन्होंने अधिकारियों तक पास पहुंचाए। कुछ नेताओं को भी संतुष्ट कराने की कोशिश की, लेकिन इन सबसे अलग ब्लैक में जमकर टिकट बेचे। उन्होंने लाउंज के टिकट भी 50 हजार से एक लाख रुपए में ब्लैक किए। मॉल मालिक के बेटे ने तो इंदौर की कुछ इवेंट कंपनियों को टिकट ब्लैक करने के लिए भी दे दिए थे। कहा जा रहा है कि मॉल मालिक ने इसे लूट का धंधा बना लिया, लेकिन जब शराब की अनुमति पर संकट मंडराने लगा तो अधिकारियों के हाथ पांव जोडक़र एक सीमित एरिया तक इसकी मंजूरी करा ली।