विंध्य क्षेत्र के लिए एक बड़ी सौगात के रूप में रीवा से इंदौर के बीच सीधी विमान सेवा 22 दिसंबर से शुरू होने जा रही है। इंडिगो एयरलाइन्स का विमान इस दिन रीवा एयरपोर्ट से इंदौर के लिए पहली उड़ान भरेगा। इस नई हवाई सेवा से क्षेत्र की हवाई कनेक्टिविटी को मजबूती मिलेगी और यात्रियों को तेज, सुविधाजनक और सुरक्षित यात्रा का विकल्प उपलब्ध होगा।
उप मुख्यमंत्री ने एयरपोर्ट पहुंचकर तैयारियों की समीक्षा की
सीधी विमान सेवा के शुभारंभ से पहले उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने रीवा एयरपोर्ट का दौरा कर तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने एयरपोर्ट प्रबंधन और इंडिगो एयरलाइन्स के दिल्ली एवं मुंबई से आए अधिकारियों के साथ बैठक कर उड़ान संचालन, यात्री सुविधाओं, सुरक्षा व्यवस्था और अन्य जरूरी प्रबंधों की विस्तार से समीक्षा की। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो और शुभारंभ कार्यक्रम को भव्य एवं व्यवस्थित रूप से संपन्न किया जाए।
विंध्य क्षेत्र को मिलेगा विकास और व्यापार का नया अवसर
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि रीवा से इंदौर की यह हवाई सेवा विंध्य क्षेत्र की कनेक्टिविटी को नई दिशा देगी। इससे क्षेत्र में विकास, व्यापार और पर्यटन के अवसरों को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने बताया कि इस सेवा से विंध्य क्षेत्र के उन हजारों लोगों को लाभ मिलेगा, जो वर्तमान में इंदौर में निवास करते हैं और नियमित रूप से दोनों शहरों के बीच यात्रा करते हैं।
इंदौर से देश के बड़े शहरों से जुड़ेगा विंध्य क्षेत्र
इस सीधी उड़ान के शुरू होने से यात्रियों को इंदौर एयरपोर्ट के माध्यम से देश के प्रमुख शहरों जैसे मुंबई, दिल्ली, जयपुर, अहमदाबाद और बैंगलोर के लिए बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। इससे लंबी और समय लेने वाली सड़क या रेल यात्रा पर निर्भरता कम होगी और समय की बचत होगी।
छात्रों और व्यवसायियों को होगा विशेष लाभ
नई हवाई सेवा से विंध्य क्षेत्र के सतना, सीधी, शहडोल, मऊगंज सहित आसपास के जिलों के नागरिकों को भी बड़ा फायदा मिलेगा। व्यापार और व्यवसाय से जुड़े लोगों के साथ-साथ उच्च शिक्षा के लिए अन्य शहरों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को आवागमन में सुविधा होगी। यह सेवा पूरे क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
अधिकारी रहे मौजूद, व्यवस्थाओं पर रहा खास ध्यान
निरीक्षण के दौरान रीवा एयरपोर्ट और इंडिगो एयरलाइन्स के अधिकारी भी मौजूद रहे। सभी संबंधित एजेंसियों के बीच समन्वय बनाकर उड़ान संचालन और यात्री सुविधाओं को सुचारु रूप से शुरू करने पर विशेष जोर दिया गया, ताकि रीवा–इंदौर की यह नई हवाई सेवा सफलतापूर्वक प्रारंभ हो सके।