सीताराम ठाकुर, भोपाल
मप्र में महिला आईएएस ( Women IAS ) अफसरों के साथ हमेशा से कलेक्टर बनाने में भेदभाव किया जाता रहा है। कई महिला आईएएस को सिर्फ एक ही जिले की कलेक्टरी दी गई, तो कुछ बिना कलेक्टर बने ही सचिव, आयुक्त के पद पर प्रमोट हो गर्इं। महिला आईएएस के सीनियर होने के बावजूद जूनियर पुरुष अफसर को कलेक्टर बना दिया जाता है। ऐसा आईएएस शिल्पा गुप्ता, जेपी आईरिन सिंथिया, उर्मिल सुरेंद्र शुक्ला, नेहा मारव्या, सुफिया फारूखी, शैलबाला अंजना मार्टिन सहित कई महिला आईएएस के साथ हो चुका है।
सीधी भर्ती की Women IAS के साथ भी भेदभाव
प्रदेश में सीधी भर्ती के आईएएस ( Women IAS ) अफसरों पर सरकार कुछ ज्यादा ही मेहरबान रहती है अथवा जीएडी कार्मिक की कमान संभालने वाले अफसर नहीं चाहते हैं कि प्रमोशन से आईएएस बने अधिकारियों को कलेक्टर बनने का अवसर मिले। कुछ मामलों में तो सीधी भर्ती की महिला आईएएस के साथ भी भेदभाव देखने को मिला है। उन्हें केवल एक जिले की कलेक्टरी देकर अन्य विभागों में पदस्थ कर दिया जाता है। यदि हम 2008 बैच के आईएएस की बात करें तो इनमें शिल्पा गुप्ता, जेपी आईरिन सिंथिया, उर्मिला सुरेंद्र शुक्ला को तो किसी भी जिले में कलेक्टर नहीं बनाया और वे अब आयुक्त पुरातत्व की जिम्मेदारी संभाल रहीं हैं। इसके अलावा सुफिया फारूखी वली को मंडला का कलेक्टर बनाया गया। इसके बाद से उनकी पोस्टिंग मनरेगा सहित अन्य विभागों में की गई। शैलबाला अंजना मार्टिन को तो सिर्फ 3 महीने के लिए कलेक्टरी मिली। वंदना वैद्य और अनुभा श्रीवास्तव को भी एक-एक जिले में कलेक्टर बनाया गया।
ये अभी भी कलेक्टरी पाने से वंचित
2011 बैच की नेहा मारव्या को सिर्फ 5 महीने के लिए जिला पंचायत शिवपुरी का सीईओ बनाया गया। इसके बाद उनकी पोस्टिंग मंत्रालय से बाहर नहीं हुई। जबकि उनसे जूनियर अफसरों को दो से तीन बार तक कलेक्टरी मिल गई। वहीं, 2010 बैच की सपना निगम, प्रीति जैन, उषा परमार, हरीसिंह मीना, सरिता बाला प्रजापति, गिरीश शर्मा, वीरेंद्र कुमार अभी तक कलेक्टर नहीं बन सके हैं, जबकि इनसे जूनियर 2014 बैच तक के अफसरों को कलेक्टर बना दिया गया है।
इन्हें भी कलेक्टर बनने का इंतजार
2012 बैच के आईएएस डॉ. पंकज जैन, केदार सिंह, संतोष कुमार वर्मा, दिनेश कुमार मोर्य, विवेक श्रोत्रिय, राजेश ओगरे, भारती ओगरे, 2013 बैच की सीधी भर्ती की उमा महेश्वरी, शिवम वर्मा, प्रमोटी मीनाक्षी सिंह, अमर बहादुर सिंह, मनीषा सेठिया, नीरज वशिष्ठ, रुही खान, पवन कुमार जैन, 2014 बैच की रानी बाटड, दिलीप कुमार कापसे, विनय निगम कलेक्टर नहीं बन सके, लेकिन इनसे जूनियर सुधीर कोचर को कलेक्टर बना दिया है। इस बैच के नियाज अहमद खान, नीतू माथुर, अंजू पवन भदौरिया और जमुना भिडे कलेक्टर बनने के लिए लॉबिंग करने में जुटे हुए हैं।
इस बार ये अफसर बनेंगे कलेक्टर
राज्य सरकार ने अभी तक सीधी भर्ती के 2014 बैच के आईएएस अफसरों को जिलों में कलेक्टरी दी है और इस बार 2015 बैच के अफसरों का नंबर कलेक्टर बनने में लगेगा। इनमें संस्कृति जैन, अदिति गर्ग, पर्थ जैसवाल, रोशन कुमार सिंह, मृणाल मीना, हर्ष सिंह, हर्षल पंचौली, हिमांशु चंद्रा, नीतू रात, अर्पित वर्मा, बाला गुरु के, गुनचा सनोबर तथा रानी सहाय आदि अफसरों को कलेक्टर बनाया जाएगा।