ब्रिटेन के वेल्स में रहने वाले जेमी और उनकी पत्नी की जिंदगी का सबसे कठिन फैसला उस वक्त आया, जब उनके बेटे डीकन का अभी जन्म भी नहीं हुआ था। गर्भावस्था के 20वें हफ्ते की अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट ने उन्हें हिला कर रख दिया। डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे के शरीर में कई गंभीर समस्याएं हैं। उन्होंने दंपति को साफ शब्दों में कह दिया – “इस बच्चे के जीवित रहने की कोई संभावना नहीं है। अबॉर्शन करवा लीजिए।”
लेकिन मां-बाप ने हार नहीं मानी
जेमी और उनकी पत्नी ने डॉक्टरों की सलाह मानने से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि चाहे जितनी मुश्किलें आएं, वे अपने बच्चे को दुनिया में लाना चाहते हैं, उसे एक मौका देना चाहते हैं। इसके बाद और टेस्ट हुए, एक विशेषज्ञ ने फिर चेताया – “शायद बच्चा जन्म के समय ही मर जाएगा।” लेकिन मां-बाप के हौसले अडिग थे।
डीकन ने ली सांसें, और 9 साल तक जीया
डॉक्टरों के तमाम पूर्वानुमानों के उलट, डीकन का जन्म हुआ – और वह जीवित रहा। केवल जीवित ही नहीं, उसने पूरे 9 साल तक जीवन को जिया। हालांकि, डीकन का जीवन आसान नहीं था। वह कई तरह की शारीरिक जटिलताओं से जूझता रहा। लेकिन उसने कभी हार नहीं मानी। वह मुस्कुराता रहा, हंसता रहा, और अपने माता-पिता के लिए हर दिन एक तोहफा बनकर जीता रहा।
एक दिन जिसने सब कुछ बदल दिया
एक सोमवार की सुबह डीकन स्कूल के लिए निकला था। अचानक उसे दिल का दौरा (कार्डियक अरेस्ट) पड़ा। स्कूल से कॉल आने के बाद जेमी दौड़ते हुए लगभग एक मील का रास्ता तय कर अपने बेटे तक पहुंचे। मां-बाप मिलकर उसे अस्पताल ले गए, लेकिन रास्ते में ही डीकन ने दम तोड़ दिया।
फादर्स डे पर पिता ने सुनाई अपनी दिल छू लेने वाली बात
फादर्स डे के मौके पर जेमी ने अपने बेटे की कहानी दुनिया से साझा की। उन्होंने कहा,“हमें सिर्फ एक पल की उम्मीद थी, लेकिन भगवान ने हमें 9 साल दिए। डीकन ने हमें सिखाया कि सच्चा प्यार, लड़ाई और जिंदगी क्या होती है। वह हमारा हीरो था।”