Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को व्यक्तिगत रूप से कम किया, जिसमें व्यापार को हथियार बनाकर और फोन कॉल्स के जरिए दोनों देशों को युद्ध के कगार से पीछे हटने के लिए मजबूर किया। ट्रंप ने कहा, “सबसे महत्वपूर्ण—भारत और पाकिस्तान… मैंने इसे कई फोन कॉल्स और व्यापार के जरिए खत्म किया। मैंने कहा, अगर तुम लोग आपस में लड़ते रहोगे, तो हम कोई व्यापारिक सौदा नहीं करेंगे।”
मोदी की तारीफ, लेकिन भारत का इनकार
ट्रंप ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की और उन्हें “महान मित्र”, “शानदार सज्जन” और “महान व्यक्ति” बताया। उन्होंने कहा, “मैंने उन्हें समझाने का काम किया। मैंने कहा, अगर तुम लड़ाई करोगे, तो कोई व्यापारिक सौदा नहीं होगा। उन्होंने कहा, नहीं, हम व्यापारिक सौदा करना चाहते हैं। हमने परमाणु युद्ध को रोका।” हालांकि, भारत ने ट्रंप के इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया है। नई दिल्ली ने बार-बार कहा है कि 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान के साथ तनाव कम करने का फैसला पूरी तरह स्वतंत्र रूप से लिया गया। भारत ने स्पष्ट किया कि इसमें वाशिंगटन या किसी तीसरे पक्ष की कोई मध्यस्थता नहीं थी।
Donald Trump का दावा: कई वैश्विक संघर्ष सुलझाए
ट्रंप ने न केवल भारत-पाकिस्तान तनाव को सुलझाने का श्रेय लिया, बल्कि हाल के हफ्तों में कई अन्य वैश्विक संघर्षों को हल करने का दावा भी किया। इनमें कोसोवो और सर्बिया के बीच तनाव, साथ ही कांगो और रवांडा के बीच लंबे समय से चला आ रहा संघर्ष शामिल है। उन्होंने कहा, “पिछले कुछ हफ्तों में हमने भारत और पाकिस्तान, कोसोवो और सर्बिया का मामला सुलझाया। कांगो और रवांडा भी आ रहे हैं; वह एक भयानक युद्ध था। इसके अलावा हमने दो और मामले निपटाए। ऐसा पहले किसी ने नहीं किया।” ट्रंप ने इसे अपनी नेतृत्व क्षमता के तहत पर्दे के पीछे की गई राजनयिक सफलताओं के रूप में पेश किया।
पाकिस्तानी सेना प्रमुख के साथ मुलाकात
ट्रंप का यह बयान उस मुलाकात के एक हफ्ते बाद आया, जब उन्होंने व्हाइट हाउस में पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर के साथ लंच किया था। ट्रंप ने इस दौरान मुनीर की तारीफ करते हुए कहा, “मैंने उन्हें यहां इसलिए बुलाया था ताकि मैं उन्हें युद्ध न शुरू करने और इसे खत्म करने के लिए धन्यवाद दे सकूं।” ट्रंप ने यह भी जताया कि मुनीर ने भारत के साथ सैन्य तनाव को बढ़ने से रोकने में मदद की।
नोबेल पुरस्कार पर Donald Trump की नाराजगी
ट्रंप ने अपनी कथित राजनयिक उपलब्धियों के लिए नोबेल शांति पुरस्कार न मिलने पर नाराजगी भी जताई। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा, “मुझे भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रोकने के लिए नोबेल पुरस्कार नहीं मिलेगा। मुझे सर्बिया और कोसोवो के बीच युद्ध रोकने के लिए नोबेल पुरस्कार नहीं मिलेगा… या मध्य पूर्व में अब्राहम समझौते के लिए भी नहीं।”