Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार (स्थानीय समय) को एक बार फिर दावा किया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिन तक चले संघर्ष को “ट्रेड डील” के जरिए रोक दिया। ट्रंप ने यह दावा 10 मई के बाद से कई बार दोहराया है, जब दोनों पड़ोसी देशों के बीच सैन्य कार्रवाई रोकने के लिए एक “समझौता” हुआ था।
ट्रंप ने बिना यह स्पष्ट किए कि कौन सा देश निशाने पर था, दावा किया कि भारत-पाकिस्तान संघर्ष में पांच जेट विमान मार गिराए गए। उन्होंने कहा, “हमने कई युद्ध रोके। भारत और पाकिस्तान के बीच गंभीर स्थिति थी। वहां विमान मार गिराए जा रहे थे। मुझे लगता है, पांच जेट गिराए गए। ये दोनों गंभीर परमाणु संपन्न देश हैं, और वे एक-दूसरे पर हमला कर रहे थे।”
भारत ने खारिज किया ट्रंप का दावापिछले महीने भारत ने ट्रंप के इन दावों का खंडन किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप के साथ फोन पर बातचीत में साफ कर दिया था कि भारत ने कभी मध्यस्थता स्वीकार नहीं की और न ही भविष्य में करेगा। विदेश सचिव विक्रम मिश्री ने इस बातचीत का ब्योरा देते हुए कहा, “सैन्य कार्रवाइयों को रोकने पर चर्चा भारत और पाकिस्तान के बीच सीधे सैन्य चैनलों के जरिए हुई, जो पाकिस्तान के अनुरोध पर थी। पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि भारत ने मध्यस्थता कभी स्वीकार नहीं की, न कर रहा है और न कभी करेगा।”
भारत ने खारिज किया Donald Trump का दावा
पिछले महीने भारत ने ट्रंप के इन दावों का खंडन किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप के साथ फोन पर बातचीत में साफ कर दिया था कि भारत ने कभी मध्यस्थता स्वीकार नहीं की और न ही भविष्य में करेगा। विदेश सचिव विक्रम मिश्री ने इस बातचीत का ब्योरा देते हुए कहा, “सैन्य कार्रवाइयों को रोकने पर चर्चा भारत और पाकिस्तान के बीच सीधे सैन्य चैनलों के जरिए हुई, जो पाकिस्तान के अनुरोध पर थी। पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि भारत ने मध्यस्थता कभी स्वीकार नहीं की, न कर रहा है और न कभी करेगा।”
Donald Trump का ‘परमाणु हथियार’ वाला दावा
ट्रंप ने युद्धविराम का श्रेय लेते हुए दावा किया कि उन्होंने दोनों देशों से कहा कि वे “परमाणु हथियारों का इस्तेमाल बंद करें”। उन्होंने कहा, “भारत और पाकिस्तान एक-दूसरे पर हमला कर रहे थे, और स्थिति गंभीर होती जा रही थी। हमने ट्रेड डील के जरिए इसे हल किया। हमने कहा, अगर आप हथियारों और शायद परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेंगे, तो हम कोई ट्रेड डील नहीं करेंगे। दोनों ही बहुत शक्तिशाली परमाणु देश हैं।”