Donald Trump: पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गाजा में इज़राइल की सैन्य कार्रवाई को खुला समर्थन देते हुए कहा है कि अब समय आ गया है कि इज़राइल “काम खत्म करे”, क्योंकि हमास किसी शांति समझौते के लिए इच्छुक नहीं है। ट्रम्प की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब अमेरिका ने मध्यस्थता की अपनी कोशिशों पर रोक लगाने और रणनीति पर पुनर्विचार का फैसला किया है।
हमास को समझौता नहीं करना था, उन्हें मरना है : Donald Trump
ट्रम्प ने हमास पर तीखा हमला करते हुए कहा, “अब केवल कुछ ही बंधक बचे हैं, और हमास को पता है कि जब अंतिम बंधक छोड़ दिए जाएंगे, उसके बाद क्या होगा। इसलिए वे समझौता नहीं करना चाहते। मुझे लगता है कि वे मरना चाहते हैं।”
यह बयान उस वक्त आया जब ट्रम्प ने अमेरिकी-इजरायली नागरिक एडन अलेक्जेंडर की रिहाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अलेक्जेंडर हमास के कब्जे में बचे अंतिम अमेरिकी नागरिक थे।
कूटनीति अब विकल्प नहीं?
गाजा में मानवीय स्थिति तेजी से बिगड़ रही है। भूख, कुपोषण और दवाओं की भारी कमी की खबरें लगातार आ रही हैं। ट्रम्प ने स्पष्ट किया कि अब कूटनीति का रास्ता व्यावहारिक नहीं रह गया है। उन्होंने कहा, “अब उन्हें लड़ना होगा और इस संकट को खत्म करना होगा। हमास को खोज-खोज कर मारा जाएगा।”
नेतन्याहू और अमेरिका का मिलाजुला रुख
इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि अब वह “वैकल्पिक” रणनीतियों पर विचार कर रहे हैं ताकि बंधकों की सुरक्षित वापसी और गाजा से हमास की सत्ता समाप्त की जा सके। अमेरिकी विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने वार्ता में गतिरोध के लिए हमास को जिम्मेदार ठहराया, और नेतन्याहू ने उनके आकलन से सहमति जताई।
हालांकि, हमास के वरिष्ठ अधिकारी बासेम नैम ने इस आकलन को खारिज करते हुए कहा कि उनकी बातचीत रचनात्मक रही है और विटकॉफ की टिप्पणियाँ इज़राइल के पक्ष में दबाव बनाने की एक कोशिश हैं। “जो प्रस्ताव हमने पेश किया है, वह जमीनी हकीकत को समझते हुए दिया गया है और अगर इज़राइल में समझौते की इच्छा होती, तो इस पर सहमति हो सकती थी,” नैम ने फेसबुक पर लिखा।
मध्यस्थ देशों की भूमिका : Donald Trump
कतर और मिस्र, जो वार्ता में मध्यस्थ की भूमिका निभा रहे हैं, ने कहा है कि हाल की बातचीत में कुछ प्रगति हुई है। उनके अनुसार, बातचीत में रुकावटें सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा हैं और वे अमेरिका के साथ मिलकर संघर्षविराम की कोशिशें जारी रखेंगे।
गाजा में बढ़ती भूखमरी
गाजा में हालात मानवीय संकट की कगार पर पहुंच चुके हैं। 2.2 मिलियन की आबादी वाले इस क्षेत्र में भोजन और दवाओं की भारी कमी है। इज़राइल की घेराबंदी, जिसे मार्च में और कड़ा किया गया था और मई में आंशिक रूप से ढीला किया गया, ने इस स्थिति को और बदतर बना दिया है। अंतरराष्ट्रीय एजेंसियाँ चेतावनी दे रही हैं कि यह संकट एक मानव-निर्मित अकाल की ओर बढ़ रहा है।