डोनाल्ड ट्रंप : डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका भारत के साथ बहुत कम टैरिफ पर व्यापार समझौता करेगा। उन्होंने इसे एक अलग तरह की डील बताया। ट्रंप का यह बयान एक वीडियो में सामने आया, जिसे एएनआई ने रॉयटर्स के हवाले से जारी किया। ट्रंप ने कहा कि यह समझौता खास होगा और इससे दोनों देश प्रतिस्पर्धा में आगे बढ़ सकेंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत के साथ यह समझौता जल्द हो सकता है और इससे व्यापारिक रिश्ते मजबूत होंगे।
डोनाल्ड ट्रंप का बयान का संकेत –
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि फिलहाल भारत किसी व्यापार समझौते को मंजूरी नहीं दे रहा है, लेकिन उन्हें लगता है कि भारत जल्द ऐसा कर सकता है। उन्होंने कहा कि अगर भारत ऐसा कदम उठाता है, तो अमेरिका भी आगे बढ़ेगा और बहुत कम टैरिफ पर व्यापार समझौता करने को तैयार होगा। यह दोनों देशों के लिए फायदेमंद होगा।
भारतीयों को अमेरिका में खरीदारी की अनुमति मिली
अमेरिका ने कुछ नए नियमों के तहत लोगों को वहां खरीदारी करने की अनुमति दी है। अब विदेशी नागरिक भी कुछ शर्तों के साथ अमेरिका में सामान खरीद सकते हैं। यह फैसला व्यापार को बढ़ावा देने और विदेशी लोगों को सुविधाएं देने के लिए लिया गया है। इससे वहां आने वाले लोगों को फायदा मिलेगा और वे आसानी से ज़रूरी चीजें खरीद सकेंगे।
भारत-अमेरिका के रिश्तों में क्या हैं आपसी अपेक्षाएं?
भारत चाहता है कि अमेरिका प्रस्तावित 26 फीसदी शुल्क को हटाए और स्टील और ऑटो पार्ट्स पर पहले से लगे टैक्स में राहत दे। दूसरी ओर, अमेरिका चाहता है कि भारत पहले सोयाबीन, मक्का, कार और शराब पर आयात शुल्क कम करे और दूसरे व्यापार में आने वाली गैर-टैक्स रुकावटों को भी आसान बनाए। दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाने के लिए यह आपसी समझ बनाना जरूरी है, ताकि फायदा दोनों पक्षों को हो सके।
द्विपक्षीय व्यापार समझौता
भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते की बातचीत का मुख्य मकसद दोनों देशों के बीच हर साल होने वाले व्यापार को बढ़ाना है। फिलहाल यह 190 बिलियन डॉलर है और इसे 2030 तक 500 बिलियन डॉलर तक ले जाने का लक्ष्य रखा गया है। 10 जून को बातचीत खत्म होने पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि दोनों देश एक ऐसा व्यापार समझौता चाहते हैं जो निष्पक्ष हो और जिससे दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं को फायदा हो।