घर में घोड़े की नाल लगाते समय ये भूलें नहीं ये बातें, वरना फायदे की जगह होगा नुकसान

घर में सुख-शांति और आर्थिक समृद्धि बनाए रखने के लिए लोग कई उपाय अपनाते हैं। इनमें से एक प्रमुख उपाय है घर के मुख्य दरवाजे पर घोड़े की नाल लगाना। वास्तु शास्त्र में घोड़े की नाल को सौभाग्य, धन और तरक्की का प्रतीक माना जाता है। यह न केवल नकारात्मक ऊर्जा और नजर दोष को दूर करती है, बल्कि परिवार में खुशहाली और सफलता भी लाती है।

घोड़े की नाल के लाभ

  • सौभाग्य और समृद्धि का प्रतीक: वास्तु के अनुसार, घोड़े की नाल घर में सकारात्मक ऊर्जा और धन समृद्धि का संचार करती है।
  • शनि के प्रभाव को कम करना: काले घोड़े की नाल विशेष रूप से शनिदेव के बुरे प्रभावों को कम करने में मदद करती है।
  • नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा: मुख्य द्वार पर घोड़े की नाल लगाने से वास्तु दोष और नजर दोष दूर होते हैं।
  • सफलता और तरक्की: नाल पहनने या घर में लगाने से व्यक्ति के जीवन में सफलता और समृद्धि आती है।

घोड़े की नाल लगाने के नियम

  • दिशा का महत्व: घोड़े की नाल को हमेशा घर के मुख्य दरवाजे के ऊपर फ्रेम पर, बाहर की तरफ लगाना चाहिए। यह उत्तर, पश्चिम या उत्तर-पश्चिम दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। पूर्व या दक्षिण-पूर्व दिशा में नाल लगाने से बचें।
  • आकार और स्थिति: घोड़े की नाल हमेशा U (यू) आकार में लगाएं, और इसे ऊपर की तरफ खुला रखें ताकि सौभाग्य घर में प्रवेश कर सके।
  • सही नाल का चयन: घर के दरवाजे पर असली, इस्तेमाल की हुई और काले घोड़े की नाल लगाना सबसे शुभ माना जाता है। यह सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर होती है।
  • सही समय: नाल को हमेशा सुबह, स्नान के बाद सूर्य की रोशनी में सुखाकर लगाना चाहिए। रात में नाल लगाना अशुभ माना जाता है।
  • शनिवार का महत्व: शनिवार के दिन काले घोड़े की नाल लगाना विशेष रूप से शुभ माना जाता है। यह शनिदेव को प्रसन्न करता है और शनि दोष जैसे साढ़ेसाती या ढैय्या से मुक्ति दिलाने में मदद करता है।
  • ऐसी नाल से बचें: कभी भी टूटी, जंग लगी या नकली नाल का इस्तेमाल न करें, क्योंकि ये नकारात्मक प्रभाव ला सकती हैं और घर में अशांति उत्पन्न कर सकती हैं।