इंदौर के राजवाड़ा सहित बाबा महाँकाल की नगरी में हुआ होलिका दहन जाने कब और कैसे।

इंदौर में आज राजबाड़ा पर हुआ सरकारी होलिका दहन
इंदौर में आज सरकारी होलिका दहन राजवाड़ा पर किया गया. होलकर राजवंश के श्रीमंत शिवाजी राव होलकर द्वितीय ने आज शाम 6.30 बजे होलिका का पूजन किया। और लगभग शाम 7 बजे होलिका दहन किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग यहां मौजूद रहे। राजबाड़ा सरकारी होलिका दहन की परंपरा कई सालों पुरानी है, जो हर वर्ष बड़ी ही दूमधाम से मनाई जाती है,राजबाड़ा होलिका दहन की पूर्वी तैयारी राजबाड़ा स्थित मल्हारी मार्तंड मंदिर के पुजारी पं. लीलाधर वारकर ने की। जहा होलकर राजवंश के महाराज ने होलिका का पूजन और फिर दहन किया। इसके बाद उन्होंने मल्हारी मार्तंड मंदिर में भगवान का पूजन-अर्चन कर चांदी की पिचकारी से देवी अहिल्या बाई होलकर की गादी पर रंग गुलाल डाला। और होली का शुभारम्भ किया।

बाबा महाँकाल की नगरी उज्जैन में भी हुआ होलिका दहन
महाँकाल नगरी उज्जैन में सबसे पहले होली का त्योहार मनाया जाता है.सोमवार को महाँकाल की संध्या कालीन आरती के बाद सभी पुजारियों ने बाबा महाकाल के साथ गुलाल और फूलों से होली खेली। और साथ ही बड़ी संख्या में श्रद्धालुओ भी बाबा जके साथ होली खेली। बाबा की आरती के बाद पूरा मंदिर गुलाल व रंगो से भर गया था.भगवान महाँकाल के साथ होली खेलने श्रद्धालु हर वर्ष बाबा की नगरी आते है. और संद्या के समय होलिका दहन करते है।

ग्वालियर में स्थित सनातन धर्म मंदिर भी आज होलिका दहन हुआ
ग्वालियर के इंदरगंज सनातन धर्म मंदिर में सोमवार शाम 7 बजे हुआ होलिका दहन हुआ। मंदिर के पुजारी रमाकांत शास्त्री के अनुसार होलिका दहन 6 फरवरी को पूर्णिमा को होता है.और सोमवार को पूर्णिमा है.और होलिका दहन का शुभ मोहरत शाम 6:30 से 9:00 के बीच होना चाहिए था.इसलिए मंदिर पर होलिका दहन का कार्यक्रम शाम 7 बजे किया गया। उसके बाद भद्रा आ जाएगी। इस कारण होलिका दहन नहीं हो पाएगा।