Drugs को लेकर डिप्टी सीएम के साथ आरोपी की फोटो पर बवाल… कांग्रेस ने मांगा इस्तीफा

स्वतंत्र समय, भोपाल

राजधानी में 1800 करोड़ से ज्यादा की ड्रग्स ( Drugs ) के साथ फैक्ट्री मिलने के बाद प्रदेश में बवाल मच गया है। नारकोटिक्स की कार्रवाई के बाद एटीएस ने मंदसौर से ड्रग्स माफिया हरीश आंजना को गिरफ्तार किया है। कांग्रेस ने डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा का करीबी बताते हुए फोटो और वीडियो जारी कर दोनों के बीच मजबूत कनेक्शन बताया है। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने प्रदेश सरकार और पुलिस पर सवाल उठाते हुए डिप्टी सीएम देवड़ा का इस्तीफा मांगा है। वहीं पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने इस कार्रवाई श्रेय गुजरात पुलिस को देते हुए कहा एमपी पुलिस सो रही थी। वहीं बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने देवड़ा को क्लीनचिट देते हुए आरोपी का भाजपा से किसी भी तरह के कनेक्शन से इंकार किया है।

फोटो दिखाकर कांग्रेस ने लगाए आरोप

पीसीसी चीफ पटवारी ने मीडिया को यह फोटो व वीडियो दिखाते हुए आरोप लगाया कि भोपाल में लगभग 1900 करोड़ रुपए का ड्रग्स ( Drugs ) का कारोबार पकड़ा गया, इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि यह मध्यप्रदेश पुलिस नहीं , बल्कि गुजरात की पुलिस और केंद्रीय नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने पकड़ा। प्रदेश की राजनीति में सोमवार को सुबह से ही इस मामले को लेकर आरोप-प्रत्यारोप के दौर चल रहे हैं। कांग्रेस ने तो मंदसौर के आंजना और डिप्टी सीएम के फोटो को लेकर आरोपों की झड़ी लगा दी है। गुजरात के गृहमंत्री का ट्वीट आया, फिर 4 घंटे बाद कहा कि एमपी सरकार की ओर से ट्वीट आया। जबकि हमारी सरकार और पुलिस को पता ही नहीं था। एक महीने से गुजरात की एजेंसियां काम में लगी थीं। पटवारी ने कहा एमपी पुलिस गुजरात नारकोटिक्स के साथ होती ये आरोपी पकड़े ही नहीं जाते। पटवारी ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पर सीधा हमला बोलते हुए कहा यह मोहन यादव को अस्थिर करने का प्रयास तो नहीं? मोहन भैया अपनी और प्रदेश की छवि सुधारो, देवड़ा जी से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा लो। पटवारी ने पीएम के तीन दिन पुराने संदेश का हवाला देते हुए पूछा है कि क्या सीएम उनका इस्तीफा लेंगे।

देवड़ा का जवाब… फोटो खिंचवाने से कोई करीबी नहीं हो जाता

डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा ने इन आरोपों पर कहा कि ड्रग्स के मामले में बहुत बड़ी कार्रवाई हुई है। गुजरात और मध्यप्रदेश की पुलिस ने मिलकर नशे के कारोबार का भंडाफोड़ किया है। कांग्रेस अपने गिरेबां में झांके कि वह कहां खड़ी है। कांग्रेस के नेता बौखला गए हैं। सार्वजनिक कार्यक्रमों में फोटो खिंचवाने से कोई अपराधी किसी नेता का करीबी नहीं हो जाता। कानून अपना काम करेगा। मेरा ऐसे अपराधियों से कोई संबंध नहीं है।
दिग्विजय बोले…

मप्र पुलिस सोते रही

पूर्व सीएम दिग्विजय ङ्क्षसह ने इस मामले को लेकर सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने इस मामले में ट्वीट करते हुए लिखा- गुजरात पुलिस व एनसीबी को बधाई, सो रही थी मप्र पुलिस। उन्होंने कहा मध्यप्रदेश की राजधानी में शासन की नाक के नीचे विगत 6 माह से एक फैक्ट्री में ड्रग्स बनाकर सप्लाई की जा रही थी। मध्य प्रदेश पुलिस को कोई भनक तक नहीं लगी।

उमंग सिंघार बोले…

बीजेपी नहीं, पुलिस दे सफाई

वहीं नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भी आरोपी और डिप्टी सीएम के फोटो डालकर उनके इस्तीफे की मांग की। उन्होंने कहा भाजपा अपने नेताओं और ड्रग माफिया के संबंधों से बचने के लिए कांग्रेस पर उंगली उठा रही है, यह गलत है। पूरे मामले में बहुत पेंच बताते हुए उन्होंने कहा बेहतर है सरकार की बजाए पुलिस ही सफाई दे। नेता प्रतिपक्ष ने इसे एमपी और गुजरात पुलिस का संयुक्त अभियान मानने से भी इंकार किया।

वीडी ने दी क्लीन चिट

वहीं बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष शर्मा ने इस मामले में मीडिया से रूबरू होते हुए कहाकि कांग्रेस झूठ और छल-कपट की राजनीति कर रही है। जिस व्यक्ति का फोटो वायरल कर रहे हैं, उसका बीजेपी से कोई नाता नहीं है। वीडी ने देवड़ा को क्लीनचिट देते हुए कहा कि कांग्रेस तो एमपी पुलिस का मनोबल तोड़ रही है।

…कोई देखने भी नहीं आया

राजधानी के कटारा हिल्स थाना क्षेत्र स्थित औद्योगिक क्षेत्र के ग्राम बगरोदा में गुजरात एटीएस और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो जिस फैक्टरी पर छापा मारकर 1800 करोड़ रुपये से ज्यादा का ड्रग्स पकड़ा। भोपाल और नासिक के दो लोगों को गुजरात एटीएस ने गिरफ्तार भी किया है। इतनी बड़ी मात्रा में ड्रग्स की तस्करी की भनक एमपी पुलिस के आला अफसरों को नहीं लगी। भोपाल पुलिस में कमिश्नर प्रणाली भी है। फिर भी फैक्ट्री में मशीनें लगाकर भोपाल से एमडी ड्रग्स को मुंबई, गुजरात, बेंगलुरु कोलकाता ,नेपाल तक सप्लाई हो रहा था।