इन दिनों भीषण गर्मी का दौर जारी है और इस भीषण गर्मी के बीच ज़िले में बिजली की खपत बढ़ने की वजह से क़िल्लत हो रही है। वहीं जानकारी के मुताबिक़ बता दें पिछले साल की अपेक्षा इस साल बिजली की खपत अधिक हुई है। यानी की देखा जाए तो अप्रैल और मई के महीने में लगभग 16-16 प्रतिशत बिजली की खपत अधिकतर ज़िलों में देखने को मिली।
वहीं बिजली की मांग अधिक होने से ज़िले में लो वोल्टेज की समस्याएं भी सामने आ रही हैं। साथ ही फ़ॉल्ट होने की समस्याएं भी देखने को मिल रही है। वही भीषण गर्मी के बीच एसी और कूलर लगातार चलते है। दिनभर और रात भर एसी और कूलर चलने की वजह से मई के महीने में बिजली की खपत बहुत ही ज़्यादा बढ़ गई है। वहीं तापमान बढ़ने के साथ साथ लगातार बिजली की माँग भी बढ़ती जा रही है।
ऐसे में उपभोक्ताओं को पर्याप्त बिजली आपूर्ति दिलाने के लिए बिजली विभाग के अधिकारियों के हाथ पाँव काँपते जा रहे हैं। पिछले साल के मुताबिक़ इस साल बहूत ही ज़्यादा गर्मी देखने को मिल रही है। इस बार गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। गर्मी अधिक होने की वजह से बिजली की खपत भी बढ़ गई है। मप्र में 2024 के मई माह की बिजली आपूर्ति 90512.31 लाख यूनिट रही है। जो 23 मई की बिजली आपूर्ति से 21.89% अधिक है।
जारी वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए अप्रैल मई में बिजली आपूर्ति 179492.38 लाख यूनिट रही है, जो पिछले वर्ष अप्रैल मई की बिजली आपूर्ति से 16.91% ज्यादा है। उपरोक्त जानकारी में मप्र की तीनों विद्युत वितरण कंपनियों के आंकड़े सम्मिलित हैं। 47 डिग्री तापमान के बीच इंसानों का बुरा हाल होने के साथ ही ट्रांसफार्मरों की भी सांस फूलने लगी है।