स्वतंत्र समय, इंदौर
देश के सबसे साफ सुथरे शहर इंदौर की झोली में एक और बड़ी उपलब्धि आई है। केंद्र सरकार ने इंदौर को रामसर कन्वेंशन के तहत प्रतिष्ठित वेटलैंड सिटी ( Wetland City) मान्यता के लिए नामांकित किया है। केंद्र सरकार ने इंदौर को रामसर कन्वेंशन के तहत प्रतिष्ठित वेटलैंड सिटी मान्यता के लिए नामांकित किया है। इंदौर के अलावा उदयपुर को भी इस सूची में शामिल किया गया है। वहीं, भोपाल तीसरे दावेदार के रूप में था, लेकिन उसका चयन नहीं हो सका।
केंद्रीय मंत्री ने ‘एक्स’ पर साझा की Wetland City जानकारी
केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर साझा की। बताया गया है विश्व के 31 शहरों की सूची में इंदौर को वेटलैंड सिटी ( Wetland City ) में शामिल इसलिए किया गया है की वह देश का सबसे स्वच्छ शहर है। यूनेस्को के रामसर ने दोनों शहरो इंदौर और उदयपुर को वेटलैंड शहर में शामिल किया है. लेकिन शहर को इतनी बड़ी उपलब्धि स्वच्छता को देखते हुए मिली है।
सिरपुर और यशवंत सागर को रामसर साइट घोषित
इंदौर में सिरपुर और यशवंत सागर को रामसर साइट घोषित किया गया है। यहां झीलों के संरक्षण, पर्यावरण सुधार और पक्षियों के लिए आदर्श आवास की स्थिति विकसित करने पर जोर दिया जा रहा है। साथ ही, सिरपुर को बर्ड सेंचुरी के रूप में भी विकसिता जा रहा है। बताते हैं कि इंदौर के अलावा उदयपुर को इसके लिए चयनित किया गया है। तीसरा दावेदार भोपाल था, लेकिन उसका चयन नहीं हुआ। दुनिया के 31 शहर इस दौड़ में हैं, जिसमें ये दोनों शहर शामिल हैं।
रामसर घोषित होने पर क्या फायदा होगा
अधिकारियों ने बताया है कि यह एक अवार्ड है। पूरे विश्व में 31 शहरों में हमारा शहर आया है तो यह एक गौरव की बात है। इससे सबसे बड़ा फायदा पर्यटन पर पड़ेगा। सभी यही सोचकर आएंगे कि आखिर इस शहर में ऐसा क्या है कि रामसर की उपाधि मिली है। इससे राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन भी एक्टिव होगा और जलीय और तकिए जीवों के लिए बेहतर कार्य होगा। यह एक अंतराष्ट्रीय पहचान है जिसे और बेहतर बनाने के लिए कार्य करने को जरूरत है।
क्या है वेटलैंड जमीन
वेटलैंड वह जमीन है जहां साल में एक बार पानी इकट्ठा होता है। इसमें झील, तालाब, एनीकेट शामिल हैं। उदयपुर में कई बड़ी संख्या में ऐसे जलाशय हैं। पहले शहर नहीं, सिर्फ एक होता था वेटलैंड। बताया गया है कि रामसर की तरफ से पहले सिर्फ एक वेटलैंड एरिया को घोषित किया जाता था। लेकिन अब पूरे शहरों को शामिल किया जाने लगा है। जैसे- पहले रामसर साइट होती थी, अब रामसर शहर हो रहे हैं। इसमें सिर्फ जलाशय ही नहीं, पूरे पर्यावरण को शामिल किया, जिसमें जलीय और थलिया आवास होता है। रामसर शहर इसे कहते हैं जो रामसर शहर की नियमावली को फुलफिल करता है, जहां पर्यावरण का बेहतर तालमेल दिख रहा हो।