मणिपुर की शांत रात अचानक धरती की गड़गड़ाहट से दहल उठी। 28 मई को तड़के, राज्य के कई हिस्सों में धरती ने दो बार जोरदार झटकों के साथ करवट ली। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के अनुसार, पहला झटका रात 1:54 बजे आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.2 मापी गई। इसका केंद्र चुराचांदपुर जिले में 40 किलोमीटर की गहराई में स्थित था — अक्षांश 24.46°N और देशांतर 93.70°E पर।
धरती से 25 किलोमीटर की गहराई में था केन्द्र
पहले झटके की गूंज थमी भी नहीं थी कि करीब आधे घंटे बाद, 2:26 बजे नोनी जिले की धरती भी हिल उठी। इस बार तीव्रता थोड़ी कम रही — 2.5 — लेकिन नींद में डूबे लोगों के लिए डर कम नहीं था। इस भूकंप का केंद्र 25 किलोमीटर की गहराई में था, अक्षांश 24.53°N और देशांतर 93.50°E पर। हालांकि, राहत की बात यह रही कि किसी प्रकार की जान-माल की क्षति की कोई सूचना सामने नहीं आई है। लेकिन लगातार दो बार आए इन झटकों ने मणिपुर के लोगों को दहशत में डाल दिया। लोग डर के मारे घरों से बाहर निकल आए और कई घंटों तक खुले आसमान के नीचे समय बिताया।
इससे पहले भी आया था भूकंप
गौरतलब है कि इससे पहले भी, 8 मई 2025 को मणिपुर के चंदेल जिले में रात 10:11 बजे 3.6 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था। उस समय भी झटका हल्का था और कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ था, लेकिन अब बार-बार आने वाले इन भूकंपों ने चिंता बढ़ा दी है। धरती की इस बेचैनी ने एक बार फिर यह याद दिला दिया है कि भूकंप संभावित क्षेत्रों में सजगता और सतर्कता बेहद जरूरी है।