मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के आष्टा में कारोबारी मनोज परमार और उनकी पत्नी नेहा परमार के शव उनके घर में फांसी से लटके हुए पाए गए हैं। पुलिस ने इसे आत्महत्या का मामला बताया है, और मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। मनोज परमार हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी के कारण चर्चा में आए थे, जिसमें उनके आष्टा और इंदौर स्थित घरों और फर्मों पर रेड डाली गई थी। इस छापेमारी में कई चल-अचल संपत्तियों के दस्तावेज जब्त किए
गए थे। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया है कि ED की कार्रवाई के कारण मनोज परमार और उनकी पत्नी ने आत्महत्या की। उन्होंने इसे ‘सरकारी हत्या’ करार दिया और निष्पक्ष जांच की मांग की है। यह मामला मध्य प्रदेश के आष्टा क्षेत्र का है, जहां मनोज परमार ने अपने बच्चों के साथ कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में एक गुल्लक भेंट की थी। इसके बाद, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा उनके घर और दफ्तर पर छापेमारी की गई थी। इस घटना के बाद वे मानसिक रूप से परेशान बताए जा रहे थे।
घटना स्थल पर पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला है, लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि उसमें क्या लिखा है। इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कार्रवाई की मांग की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है, और सुसाइड नोट की सामग्री सार्वजनिक होने पर स्थिति और स्पष्ट हो सकती है।
मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के आष्टा में कारोबारी मनोज परमार और उनकी पत्नी नेहा परमार के शव उनके घर में फांसी से लटके हुए पाए गए हैं। पुलिस ने इसे आत्महत्या का मामला बताया है, और मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। मनोज परमार हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी के कारण चर्चा में आए थे, जिसमें उनके आष्टा और इंदौर स्थित घरों और फर्मों पर रेड डाली गई थी। इस छापेमारी में कई चल-अचल संपत्तियों के दस्तावेज जब्त किए गए थे। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया है कि ED की कार्रवाई के कारण मनोज परमार और उनकी पत्नी ने आत्महत्या की। उन्होंने इसे ‘सरकारी हत्या’ करार दिया और निष्पक्ष जांच की मांग की है।