स्वतंत्र समय, इंदौर
विधि पाठ्यक्रम में विद्यार्थियों की रूचि बढ़ने लगी है। यही वजह है कि लॉ कालेज ने पाठ्यक्रम के अलावा सीटों की संख्या में वृद्धि की है। अगले सत्र में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के दायरे में आने वाले कालेजों ने नए विधि पाठ्यक्रम संचालित होंगे। साथ ही पहले से चले आ रहे कोर्स की सीटें भी बढ़ाई गई है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इन कालेजों के निरीक्षण के बाद संबद्धता जारी करना शुरू कर दिया है। 2024-25 सत्र में आठ नए विधि पाठ्यक्रम और 300 सीटें अधिक रहेगी, जिस पर काउंसिलिंग के माध्यम से विद्यार्थियों को प्रवेश मिलेगा। पिछले तीन साल के भीतर विश्वविद्यालय में सात कालेजों ने विधि पाठ्यक्रम शुरू किए है। अब कुल मिलकर 21 विधि कालेजों से संचालित होते है। एलएलबी, बीएएलएलबी, बीबीएएलएलबी, बीकामएलएलबी, बीएससीएलएलबी, एलएलबी की 13 हजार सीटें है, जबकि एलएलएम पाठ्यक्रम सिर्फ दो से तीन कालेजों से संचालित होता है, जिसमें महज 200 से 250 सीटें है।
2024-25 के लिए लॉ कॉलेज को अनुमति
गवर्नमेंट लॉ कॉलेज, वैष्णव लॉ कॉलेज, आइपीएस, जैन दिवाकर, खालसा, रेनेंसा, खरगोन-बड़वाह, धार, आलीराजपुर, खंडवा, बुरहानपुर, झाबुआ के कॉलेजों को पाठ्यक्रम संचालन के लिए दिसंबर में आवेदन दिया था, जिसमें कुछ कालेजों ने नए पाठ्यक्रम और सीटें बढ़ाने पर जोर दिया। जनवरी में निरीक्षण करने के बाद विश्वविद्यालय ने अगले सत्र 2024-25 के लिए कालेजों को विद्या परिषद में अनुमति दी। इन कालेजों के प्रस्ताव को कार्यपरिषद में रखा गया। यहां से कालेजों को मंजूरी दी गई। अब विश्वविद्यालय प्रशासन इन कालेजों को संबद्धता जारी करेंगा। कुछ कालेजों में सीटें बढ़ा गई है। हालांकि कुछ कालेजों को कमियों पूरी करने के लिए समय दिया है। रजिस्ट्रार अजय वर्मा का कहना है कि कालेजों से कमियों को तीन से चार महीने में पूरा करने को बोला है।