प्रदेश का आठवां Tiger Reserve बना माधव नेशनल पार्क

स्वतंत्र समय, भोपाल

सीएम डॉ. मोहन यादव की पहल पर शिवपुरी जिले के माधव नेशनल पार्क को टाइगर रिजर्व ( Tiger Reserve ) घोषित कर दिया गया है। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) की तकनीकी समिति ने माधव राष्ट्रीय उद्यान को टाइगर रिजर्व के रूप में अधिसूचित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।

Tiger Reserve में दो टाइगर रखे जाएंगे

माधव नेशनल पार्क प्रदेश का आठवां टाइगर रिजर्व ( Tiger Reserve ) होगा। इसमें दो टाइगर रखे जाएंगे। एपीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ एल कृष्णमूर्ति ने बताया कि एनटीसीए की तकनीकी समिति ने प्रस्तावित बाघ अभयारण्य का कोर क्षेत्र 375 वर्ग किमी, बफर क्षेत्र 1276 वर्ग किमी और कुल क्षेत्रफल 1751 वर्ग किमी होगा। समिति ने राष्ट्रीय उद्यान में एक नर और एक मादा बाघ को छोडऩे की भी मंजूरी दी है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के निर्देश पर राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) को माधव राष्ट्रीय उद्यान को टाइगर रिजर्व घोषित करने के लिए प्रस्ताव भेजा गया था।

इधर… हाथी की मौत होती रही, अफसर करते रहे रस्मअदायगी


सतना जिले के मुकुंदपुर सफारी रेंज में वन विभाग और जिला प्रशासन की लापरवाही के कारण हुई हाथी की मौत पर सवालिया निशान उठाते वाइल्ड लाइफ एक्टिविस्ट ने केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव को पत्र लिखकर कार्यवाही की मांग की है। एक्टिविस्ट ने लिखा कि मप्र के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में करीब 11 हाथियों की दर्दनाक मौत हो चुकी है। उसकी भी अभी जांच ही चल रही है। आरटीआई एक्टिविस्ट अजय दुबे ने पत्र में लिखा है कि10 नवंबर से करीब 27 हाथियों का समूह छत्तीसगढ़ से संजय डुबरी टाइगर रिजर्व में प्रवेश कर वर्तमान में शहड़ोल और मैहर जिले की सीमा में भ्रमण कर रहा था। तत्कालीन चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन ने पत्र लिखकर आवश्यक सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे, लेकिन जिम्मेदार अफसरों ने कोई खास तरजीह नहीं दी। इसलिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की जाए। वन विभाग ने 11 जनवरी 2023 को हाथी मानव संघर्ष रोकने के लिए राज्य स्तरीय गाइड लाइन विभाग प्रमुखों जैसे राजस्व,ग्रामीण विकास पंचायत,गृह विभाग,उर्जा विभाग,पशुपालन विभाग आदि को भेजी थी। इस गाइड लाइन को दरकिनार किया गया। जिस वजह से बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व और मैहर में हाथी की मौत हुई।

इनका कहना

हां मैने केन्द्रीय मंत्री,सचिव वन,पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन भारत सरकार एवं सदस्य सचिव नई दिल्ली को शिकायती पत्र लिखकर हाथियों के मौत के मामलें में दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही किए जाने की मांग की हैं।
-अजय दुबे, वाइल्ड लाइफ एक्टिविस्ट