चुनाव आयोग ने दी राहुल गांधी को चुनौती – आरोपों में है सच्चाई तो शपथ पत्र के साथ करें शिकायत

नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के द्वारा विगत दिनों चुनाव आयोग पर कई गंभीर आरोप लगाए है। वहीं वोट चोरी के आरोप भी सत्ता पक्ष पर लगाए है। चुनाव आयोग पर  चुनाव में धांधली और मतदाता सूची में गड़बड़ी के आरोपों के बीच चुनाव आयोग ने रविवार (17 अगस्त) को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। पीसी में चुनाव आयोग के अधिकारी राहुल गांधी और विपक्ष के अन्य नेताओं के आरोपों का जवाब दे रहे हैं।

ना कोई पक्ष ना विपक्ष
चुनाव में धांधली और मतदाता सूची में गड़बड़ी के आरोपों के बीच चुनाव आयोग रविवार (17 अगस्त) को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहा है। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग के अधिकारी राहुल गांधी और विपक्ष के अन्य नेताओं के आरोपों का जवाब दिया। जिसमें चुनाव आयोग ने साफ कर दिया है कि उसके लिए न तो कोई पक्ष है और न ही विपक्ष है।

चुनाव आयोग में होता है राजनैतिक पार्टी का जन्म
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि  ‘भारत के संविधान के अनुसार, 18 वर्ष की आयु प्राप्त करने वाले भारत के प्रत्येक नागरिक को मतदाता बनना चाहिए और मतदान भी करना चाहिए। आप सभी जानते हैं कि, कानून के अनुसार, प्रत्येक राजनीतिक दल का जन्म चुनाव आयोग में पंजीकरण के माध्यम से होता है। फिर चुनाव आयोग समान राजनीतिक दलों के बीच भेदभाव कैसे कर सकता है?’

वोटर लिस्ट पर आपत्ति पर करें शिकायत
चुनाव आयोग का कहना है कि यदि किसी भी व्यक्ति को वोटर लिस्ट पर कोई आपत्ति है तो वह संबंधित राज्य के मतदाता पंजीयन अधिकारी के समक्ष आपत्ति दर्ज कर सकता है। आयोग ने नेता प्रतिपक्ष को चुनौती दी है कि यदि उन्हें अपने आरोपों में सच्चाई लगती है तो वह संबंधित राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी के समक्ष शपथ पत्र के साथ अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं। उस पर कार्यवाही की जाएंगी।