Eng Vs Ind: मैनचेस्टर टेस्ट में भारत के लिए निराशाजनक प्रदर्शन के साथ ही एक ऐसा रिकॉर्ड बन गया, जिसकी उम्मीद शायद ही किसी ने की हो। इंग्लैंड के खिलाफ चल रहे चौथे टेस्ट में टीम इंडिया ने विदेशी ज़मीन पर 10 साल में पहली बार किसी एक पारी में 500 से अधिक रन लुटाए — एक ऐसा आंकड़ा जो भारत की गेंदबाजी की गिरती हुई धार की ओर इशारा करता है।
Eng Vs Ind: एक दशक बाद शर्मनाक आंकड़ा
इंग्लैंड ने मैनचेस्टर टेस्ट की तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक 544/7 का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया, और कप्तान बेन स्टोक्स क्रीज पर मौजूद थे, जिससे 600 का आंकड़ा भी संभव दिख रहा था। इससे पहले भारत ने आखिरी बार जनवरी 2015 में किसी विदेशी टेस्ट पारी में 500+ रन दिए थे, जब सिडनी में ऑस्ट्रेलिया ने 572/7 पर पारी घोषित की थी। उस मुकाबले में डेविड वॉर्नर और स्टीव स्मिथ ने शतक जड़े थे और मोहम्मद शमी ने पांच विकेट झटके थे। हालांकि वह मैच ड्रॉ रहा था।
Eng Vs Ind: रूट का करिश्माई शतक और भारतीय गेंदबाजी की थकावट
इस मैच में इंग्लैंड के दिग्गज बल्लेबाज जो रूट ने भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ एक और बल्लेबाजी क्लास दिखाई और अपना 38वां टेस्ट शतक ठोंकते हुए 150 रनों की शानदार पारी खेली। यह उनका भारत के खिलाफ 12वां टेस्ट शतक था। उनके अलावा कप्तान बेन स्टोक्स 77* और ओली पोप 71 रन बनाकर भारत की गेंदबाजी की पोल खोल गए।
दूसरे दिन की शाम से ही भारत का गेंदबाजी आक्रमण बेअसर नजर आया था और तीसरे दिन भी वही कहानी दोहराई गई। रूट और पोप ने सुबह के सत्र में कोई मुश्किल महसूस नहीं की और टीम को लंच तक 332/2 के स्कोर तक पहुंचा दिया।
Eng Vs Ind: बुमराह भी नहीं बना सके असर
टीम इंडिया के प्रमुख तेज़ गेंदबाज जसप्रीत बुमराह भी इस पारी में कुछ खास नहीं कर सके। दिन की शुरुआत उन्होंने रूट के पैड्स पर फुल लेंथ गेंद फेंककर की, जिसे अनुभवी बल्लेबाज़ ने खूबसूरती से बाउंड्री के लिए भेज दिया। बाद में, रूट और पोप दोनों ने उनकी शॉर्ट पिच गेंदों को भी आसानी से चार रनों में तब्दील किया।
Eng Vs Ind: भारत की गेंदबाजी पर उठते सवाल
इस टेस्ट में भारतीय गेंदबाजी की थकावट और रणनीतिक विफलता साफ नजर आई। जहां इंग्लैंड के बल्लेबाज संयम और आक्रामकता का सही संतुलन बनाते हुए खेलते रहे, वहीं भारत की गेंदबाजी में न विविधता दिखी, न ही ऊर्जा।