क्रिकेट की दुनिया में लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड को ‘क्रिकेट का मक्का’ कहा जाता है। यहां किसी भी बल्लेबाज का शतक बनाना उसके करियर की सबसे बड़ी उपलब्धियों में गिना जाता है। भारतीय क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज केएल राहुल ने इस ऐतिहासिक मैदान पर एक और बड़ी उपलब्धि अपने नाम की है। वह लॉर्ड्स में दो शतक लगाने वाले केवल दूसरे भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं, जिससे उन्होंने द्रविड़ और गांगुली जैसे दिग्गजों को पीछे छोड़ दिया है।
KL Rahul: पहला शतक 2021 में और दूसरा अब
केएल राहुल ने लॉर्ड्स पर अपना पहला टेस्ट शतक अगस्त 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ ठोका था, जब उन्होंने 129 रनों की शानदार पारी खेली थी। अब, 2025 के दौरे पर फिर से इंग्लैंड के खिलाफ खेलते हुए उन्होंने दूसरा शतक जमाकर इतिहास रच दिया। इस नई उपलब्धि के साथ राहुल ने दिखा दिया कि वह विदेशी परिस्थितियों में भी खुद को साबित करने की काबिलियत रखते हैं।
KL Rahul: दूसरे भारतीय, जो दो बार लॉर्ड्स में शतक जड़ने में सफल
लॉर्ड्स में दो शतक लगाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज थे दिलीप वेंगसरकर, जिन्होंने 1979, 1982 और 1986 में तीन बार यहां शतक जमाया था। अब केएल राहुल ने उनके बाद यह उपलब्धि हासिल की है। इससे पहले सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली जैसे दिग्गज बल्लेबाज भी लॉर्ड्स में केवल एक-एक बार ही शतक बना पाए हैं।
लॉर्ड्स पर शतक का महत्व
लॉर्ड्स में शतक बनाने का मतलब सिर्फ रन बनाना नहीं है, बल्कि यह क्रिकेट इतिहास में अमर हो जाना भी है। इस मैदान पर शतक जमाने वाले खिलाड़ियों का नाम “ऑनर्स बोर्ड” पर दर्ज किया जाता है, जो लॉर्ड्स ड्रेसिंग रूम की दीवारों की शोभा बढ़ाता है। केएल राहुल अब दो बार इस बोर्ड पर अपना नाम दर्ज करवा चुके हैं।
KL Rahul की तकनीक और संयम ने जीता दिल
राहुल की बल्लेबाजी में गजब का संयम, तकनीकी दक्षता और मानसिक मजबूती देखने को मिली। इंग्लैंड के चुनौतीपूर्ण गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ उन्होंने संयमित शुरुआत की, फिर धीरे-धीरे लय में आकर बेहतरीन स्ट्रोक्स लगाए। उन्होंने ना सिर्फ रन बनाए बल्कि दूसरे छोर पर खड़े बल्लेबाज को भी आत्मविश्वास दिया।