Eng Vs Ind: सिग्नेचर शॉट के बाद ऋषभ पंत और बेन स्टोक्स के बीच कहासुनी

Eng Vs Ind: हेडिंग्ले में भारत और इंग्लैंड के बीच पहले टेस्ट के पहले दिन का खेल रोमांच से भरा रहा, लेकिन यशस्वी जायसवाल की शानदार शतकीय पारी को बेन स्टोक्स ने चाय के बाद के सत्र में एक शानदार गेंद से खत्म कर भारतीय प्रशंसकों का मूड थोड़ा उदास कर दिया। जायसवाल हेडिंग्ले में टेस्ट शतक जड़ने वाले पहले भारतीय सलामी बल्लेबाज बने थे और वह बड़ी पारी की ओर बढ़ रहे थे, लेकिन स्टोक्स की तेज गेंद ने उनकी पारी का अंत कर दिया। हालांकि, भारतीय उप-कप्तान ऋषभ पंत ने मैदान पर उतरते ही माहौल को फिर से जीवंत कर दिया।

पंत ने अपनी दूसरी ही गेंद पर स्टोक्स के खिलाफ अपने सिग्नेचर अंदाज में कदमों का इस्तेमाल किया और गेंद को सीधे उनके सिर के ऊपर से लॉफ्टेड बाउंड्री के लिए भेज दिया। यह उनकी पारी का पहला चौका था और इससे साफ हो गया कि नेतृत्व की जिम्मेदारी में भी पंत अपनी आक्रामक शैली से पीछे नहीं हटेंगे। इस साहसिक शॉट ने, जो स्टोक्स द्वारा जायसवाल को आउट करने के तुरंत बाद आया, इंग्लैंड के कप्तान के आत्मविश्वास को थोड़ा चोट पहुंचाई। हालांकि, स्टोक्स ने अपनी भावनाओं को छिपाते हुए मुस्कान के साथ अपने गेंदबाजी निशान पर वापसी की और पंत के साथ हल्की-फुल्की बातचीत की।

पंत और स्टोक्स की मैदानी नोकझोंक

अगले ओवर में स्टोक्स ने पंत को 100 किमी/घंटा की धीमी यॉर्कर से चकमा देने की कोशिश की। यह योजना लगभग सफल हो गई थी, क्योंकि पंत ने आखिरी क्षण में बल्ला नीचे लाकर लेग-बिफोर होने से खुद को बचा लिया। इस बार पंत ने जवाब में एक चतुर मुस्कान दी और स्टोक्स के साथ फिर से दोस्ताना अंदाज में बातचीत की, जिससे मैदान पर माहौल हल्का-फुल्का रहा। यह छोटी-मोटी नोकझोंक दोनों खिलाड़ियों के बीच खेल भावना को दर्शाती थी, लेकिन यह पंत की बेखौफ मानसिकता का भी प्रतीक थी।

Eng Vs Ind: पंत का जिम्मेदार अंदाज

पंत ने अपनी पारी की शुरुआत भले ही आक्रामक अंदाज में की, लेकिन जल्द ही वह अधिक संयमित और जिम्मेदार अंदाज में खेलने लगे। उन्होंने ऑफ-स्पिनर शोएब बशीर के खिलाफ धैर्य दिखाया और आक्रामक शॉट्स खेलने की इच्छा को काबू में रखा। स्टोक्स की शॉर्ट-पिच गेंदों का भी उन्होंने शांतिपूर्वक सामना किया, जिससे उनकी बल्लेबाजी में एक नया परिपक्व पक्ष देखने को मिला। इससे पहले बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत की 1-3 की हार के दौरान पंत की आक्रामक शैली की आलोचना हुई थी, जहां उन्होंने 10 पारियों में केवल एक अर्धशतक बनाया था। लेकिन हेडिंग्ले में उनके शुरुआती प्रदर्शन ने एक जिम्मेदार पंत की झलक दिखाई, जो कप्तान शुभमन गिल की तरह ही परिपक्वता के साथ खेल रहे थे।

दिन के शुरुआती हिस्से में केएल राहुल ने अच्छी शुरुआत हासिल की, लेकिन वह इसे बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर सके। दूसरी ओर, यशस्वी जायसवाल ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए अपना पांचवां टेस्ट शतक पूरा किया। कप्तान शुभमन गिल ने भी नाबाद शतक जड़कर आलोचकों को करारा जवाब दिया। दोनों की साझेदारी ने भारत को पहले दिन 359/3 के मजबूत स्कोर तक पहुंचाया। गिल की शांत और नियंत्रित पारी ने न केवल उनकी कप्तानी की शुरुआत को यादगार बनाया, बल्कि यह भी साबित किया कि वह दिग्गजों की अनुपस्थिति में भारतीय बल्लेबाजी की कमान संभालने के लिए तैयार हैं।