Eng Vs Ind:Eng Vs Ind: शुभमन गिल और यशस्वी जायसवाल ने इंग्लैंड की उखाड़ी बखिया, दोनों ने जड़ा शतक

Eng Vs Ind: हेडिंग्ले में खेले जा रहे पहले टेस्ट के शुरुआती दिन भारतीय बल्लेबाजों ने इंग्लैंड के गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। इंग्लैंड में अपनी पहली टेस्ट पारी खेल रहे यशस्वी जायसवाल और टेस्ट कप्तान के रूप में पहली पारी खेल रहे शुभमन गिल ने शानदार शतक जड़कर भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 3 विकेट पर 359 रन बना लिए, जिसमें गिल 127 रन बनाकर नाबाद रहे और जायसवाल ने 101 रनों की शतकीय पारी खेली। इस प्रदर्शन ने भारतीय टेस्ट क्रिकेट के नए युग को लेकर किसी भी संदेह को खत्म कर दिया।

Eng Vs Ind:  जायसवाल और राहुल की ठोस शुरुआत

पहले सत्र में जायसवाल और सलामी जोड़ीदार केएल राहुल ने सतर्क शुरुआत की। पिच पर नमी के कारण गेंद शुरू में हिल रही थी, लेकिन दोनों बल्लेबाजों ने इंग्लैंड के गेंदबाजों को बेअसर कर दिया। जायसवाल ने कुछ गेंदों को पैड पर खेला, लेकिन वह संयमित रहे। उनके और राहुल के बल्ले से कई आकर्षक शॉट्स निकले, खासकर जायसवाल के ग्राउंड डाउन ड्राइव और राहुल के कवर ड्राइव ने दर्शकों का ध्यान खींचा। पहले घंटे में ही भारत ने 9 चौके लगाए, जिसने इंग्लैंड के गेंदबाजों पर दबाव बनाया।
इंग्लैंड ने जोश टंग की गेंद पर जायसवाल के खिलाफ एक एलबीडब्ल्यू रिव्यू लिया, लेकिन गेंद लेग स्टंप के बाहर पिच हुई थी, जिससे रिव्यू बेकार गया। इंग्लैंड की गेंदबाजी पहले सत्र में अनुशासनहीन रही, कई गेंदें ओवरपिच हुईं, जिन्हें भारतीय बल्लेबाजों ने बाउंड्री में बदला। नतीजतन, हेडिंग्ले में पिछले सात टेस्ट की तुलना में पहली बार शुरुआती 10 ओवरों में कोई विकेट नहीं गिरा।
लंच से ठीक पहले ब्रायडन कार्स ने राहुल (91 रन की साझेदारी) को पहली स्लिप में कैच कराकर इंग्लैंड को पहली सफलता दिलाई। इसके बाद डेब्यूटेंट साई सुदर्शन बिना खाता खोले बेन स्टोक्स की गेंद पर विकेटकीपर के हाथों लपके गए। इन दो झटकों ने इंग्लैंड को पहले सत्र के अंत में कुछ राहत दी।

गिल और जायसवाल की शतकीय साझेदारी

लंच के बाद जायसवाल को कप्तान शुभमन गिल का साथ मिला, जिन्होंने क्रीज से बाहर खड़े होकर गेंद की हलचल का बखूबी सामना किया। गिल ने तेजी से रन बनाए और केवल 56 गेंदों में अपनी फिफ्टी पूरी की, जो उनकी सबसे तेज टेस्ट अर्धशतकीय पारी थी। उनकी इस आक्रामकता ने जायसवाल को स्थिर गति से खेलने की आजादी दी। जायसवाल को कुछ शॉर्ट गेंदों का सामना करना पड़ा और दाहिने हाथ में ऐंठन की समस्या भी हुई, लेकिन उन्होंने 144 गेंदों में अपना पांचवां टेस्ट शतक पूरा किया।
दूसरे सत्र में भारत ने बिना विकेट खोए बल्लेबाजी की, लेकिन तीसरे सत्र में स्टोक्स ने जायसवाल (101) को बोल्ड कर 129 रनों की साझेदारी तोड़ी। इसके बाद ऋषभ पंत ने आते ही आक्रामक अंदाज दिखाया और स्टोक्स को दूसरी गेंद पर हेड के ऊपर से चौका जड़ा। पंत ने गिल के साथ मिलकर दिन का खेल खत्म होने तक स्कोर को 359/3 तक पहुंचाया। पंत 65 रन बनाकर नाबाद रहे और इस दौरान उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 3000 रन भी पूरे किए।

Eng Vs Ind: गिल का कप्तानी में पहला शतक

गिल ने अपनी कप्तानी की पहली पारी में शानदार 127 रन बनाए, जो उनका छठा टेस्ट शतक था। यह उनका पहला टेस्ट शतक एशिया के बाहर था और वह पहले टेस्ट पारी में शतक जड़ने वाले चुनिंदा भारतीय कप्तानों की सूची में शामिल हो गए। गिल की पारी में नियंत्रण और आत्मविश्वास साफ झलक रहा था। उन्होंने इस शतक में पहले के मुकाबले ज्यादा गेंदें छोड़ीं, जो उनकी परिपक्वता को दर्शाता है।
दूसरी नई गेंद के साथ भी भारत ने तेजी से रन बनाए और दिन का खेल खत्म होने तक 4.22 के रन रेट के साथ बल्लेबाजी की, जो बॉल-बाज बल्लेबाजी की याद दिलाता है। इंग्लैंड के गेंदबाज पहले दिन भारतीय बल्लेबाजों के सामने बेबस नजर आए। जायसवाल और गिल के शतकों ने न केवल भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया, बल्कि यह भी साबित किया कि यह युवा टीम दिग्गजों की अनुपस्थिति में भी बड़ी चुनौतियों का सामना करने में सक्षम है।