Eyes Care Tips: आंखों की रोशनी हो गई है कम तो डाइट में शामिल करें ये चीज़ें, जल्द मिलेगा फ़ायदा

Eyes Care Tips: इन दिनों मोबाइल, लैपटॉप और टीवी के अत्यधिक उपयोग से आंखों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। लंबे समय तक स्क्रीन पर समय बिताने के कारण आंखों में थकावट, जलन और धुंधलापन जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। यदि समय पर इस पर ध्यान न दिया जाए, तो दृष्टि कमजोर हो सकती है। विशेष रूप से छोटे बच्चों में यह समस्या अधिक देखी जा रही है, और बहुत कम उम्र में ही उन्हें चश्मा लगाने की आवश्यकता पड़ रही है। ऐसे में स्क्रीन समय सीमित करना और आंखों का नियमित रूप से ध्यान रखना आवश्यक है।

कई बार चीजें साफ नजर न आने पर चश्मा लगाना पड़ता है, जो कभी-कभी अस्थायी समस्या हो सकती है, लेकिन इसे हल्के में लेना उचित नहीं है। यह समस्या आंखों में थकावट, स्क्रीन समय का अधिक उपयोग, या पोषण की कमी के कारण हो सकती है। हालांकि, लंबे समय तक नजर की कमजोरी बनी रहे तो यह किसी गंभीर समस्या, जैसे मोतियाबिंद, ग्लूकोमा, या रेटिना से जुड़ी समस्या का संकेत भी हो सकता है। इसलिए, ऐसी स्थिति में डॉक्टर से परामर्श लेना और समय पर उपचार कराना बेहद जरूरी है।

यदि आपकी नजर धुंधली पड़ने लगे, बीच-बीच में साफ दिखना बंद हो जाए, सर दर्द की समस्या हो, लाइट के आसपास रंग-बिरंगे घेरे दिखाई दें, रात में कम नजर आए, आंखें सूखने लगें, दर्द हो, लाल हो जाएं या जलन महसूस हो, तो ये सभी आंखों के कमजोर होने के लक्षण हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में इसे नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। यदि आपके साथ ये लक्षण दिख रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, क्योंकि समय पर इलाज न कराने से आगे चलकर यह समस्या गंभीर रूप ले सकती है।

आंखों की समस्याओं से बचने और उन्हें स्वस्थ बनाए रखने के लिए अपनी डेली डाइट में विटामिन A, विटामिन C, विटामिन E, कैरोटेनोइड, फ्लेवेनोइड, सेलेनियम और फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल करें। गाजर, पालक, अंडा, मछली, ब्रोकली, संतरा, मेथी, बादाम और नट्स जैसे आहार इनमें प्रमुख हैं। ये खाद्य पदार्थ प्रोटीन, विटामिन और अन्य आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, जो आंखों को पोषण देते हैं और उनकी कार्यक्षमता को बेहतर बनाते हैं। इन्हें नियमित रूप से डाइट में शामिल करने से आंखों की सेहत में सुधार होता है और समस्याओं का खतरा कम होता है।

आंखों से जुड़ी समस्याओं के लिए नियमित रूप से डॉक्टर के संपर्क में रहना बेहद जरूरी है। इससे यह पता चल सकेगा कि आंखों की रोशनी में सुधार हो रहा है या नहीं। साथ ही, डॉक्टर यह तय कर सकते हैं कि कौन सी दवा को बदलने की जरूरत है या आपकी डाइट में कौन से बदलाव किए जा सकते हैं। नियमित चेकअप से आंखों की स्थिति का सही आकलन होता है और समय पर उपचार से समस्याएं गंभीर होने से रोकी जा सकती हैं। अपनी आंखों की सेहत को बनाए रखने के लिए विशेषज्ञ की सलाह का पालन करना जरूरी है।