स्वतंत्र समय, ग्वालियर
ग्वालियर क्राइम ब्रांच ( crime branch ) ने एक ठेकेदार को धमकाने आए क्राइम ब्रांच के फर्जी अधिकारी को पकड़ा है। आरोपी ने खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर बिजली फिटिंग का ठेका लेने वाले एक ठेकेदार को टारगेट किया था। पुलिस जब फर्जी क्राइम ब्रांच अधिकारी को लेकर थाना पहुंची तो उसकी पहचान झांसी निवासी आशीष पांडेय के रूप में हुई है।
crime branch के अधिकारी ने नाम आशीष गुर्जर बताया
पकड़े गए आरोपी का कहना है कि ठेकेदार ने उसके एक दोस्त के ढाई हजार रुपए रोक लिए थे जिसको निकलवाने के लिए यह उसने खुद को क्राइम ब्रांच बताया था। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला जांच में लेकर कार्रवाई की है। ग्वालियर के थाटीपुर निवासी राजकुमार शर्मा बिजली फिटिंग ठेकेदारी का काम करते हैं। उनके पास शनिवार दोपहर एक कॉल आया था। कॉल करने वाले ने अपने आप को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताते हुए नाम आशीष गुर्जर बताया था। साथ ही कहा था कि उनके खिलाफ एक शिकायत पैसे के लेन देन को लेकर क्राइम ब्रांच थाने में आई हुई है। इसलिए उन्हें ऑफिस आना होगा। ठेकेदार को फोन करने वाले की भाषा पर संदेह हुआ था तो उसने तत्काल मामले की सूचना एएसपी क्राइम ऋषिकेष मीणा को दी। साथ ही शिकायत करते हुए लिखित आवेदन दिया। मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी गई थी। क्राइम ब्रांच की टीम ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी। जिस नंबर से कॉल आया था उसे भी सर्विलांस पर लगा दिया।
वॉटसएप पर लगी थी एसएएफ की वर्दी में डीपी
एडिशनल एसपी ऋषिकेश मीणा ने इसकी जांच करवाई तो पता चला कि जिस फोन से कॉल आया था उस नंबर के वॉटसएप पर एसएएफ की ड्रेस में उस शख्स की डीपी लगी हुई है। जब उस नंबर की लोकेशन ट्रेस की गई तो वह ग्वालियर का ही निकाला। इसके बाद पुलिस ने लोकेशन के आधार पर उसे ट्रैस किया। सोमवार को जब ठेकेदार को धमकाने आ रहा था तो पुलिस ने फोन करने कर खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताने वाले युवक को पकड़ लिया। पकड़े गए युवक का नाम आशीष पांडे निकला है। वह उत्तर प्रदेश के झांसी के लखारा इलाके का रहने वाला है।
दस साल से ग्वालियर में रह रहा है आरोपी
पूछताछ करने पर पता लगा कि आशीष पांडेय बीते 10 साल से ग्वालियर में ही रहकर टूर एंड ट्रेवल्स की गाडिय़ां चलता है। इसी बीच युवक ने पुलिस की गाडिय़ां भी चलाई है। पुलिस आरोपी आशीष पांडे से पूछताछ करके यह जानने का प्रयास कर रही है कि उसने किस मकसद से राजकुमार को फोन लगाया था और इससे पहले उसने कितने और अन्य व्यक्ति के साथ इस तरह फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर ठगी की है। आरोपी के आधार कार्ड में नाम आशीष जैन निकला है। इस पर उसका कहना है कि आधार कार्ड में सरनेम गलत हो गया था।
पुलिस का कहना
एएसपी क्राइम ऋषिकेश मीणा का कहना है कि क्राइम ब्रांच (crime branch) के नाम से एक ठेकेदार को धमकाने वाले को पुलिस ने पकड़ा है। ठेकेदार ने उसके खिलाफ शिकायत की थी। पुलिस पूछताछ कर रही है कि आरोपी ने इससे पहले भी किसी और को धमकाकर कुछ फायदा उठाया है या नहीं।