इंदौर की एरोड्रम थाना पुलिस ने प्यूमा कंपनी के अधिकृत अधिकारियों की शिकायत पर बड़ी कार्रवाई करते हुए सांवेर क्षेत्र के एक कंपनी संचालक का नकली माल जब्त किया है। यह कार्रवाई कॉपीराइट और ट्रेडमार्क उल्लंघन के गंभीर आरोपों के तहत की गई है। पुलिस के अनुसार, लंबे समय से यहां जूतों का निर्माण कर उन पर नामी कंपनी का नकली लोगो लगाकर बाजार में सप्लाई की जा रही थी।
कंपनी की शिकायत पर हुई त्वरित कार्रवाई
प्यूमा कंपनी से जुड़े अधिकृत अधिकारियों ने जब अपने ब्रांड के दुरुपयोग की जानकारी पुलिस को दी, तो एरोड्रम पुलिस ने तत्काल जांच शुरू की। शिकायत के आधार पर पुलिस को सूचना मिली कि एक लोडिंग वाहन के जरिए नकली जूतों की खेप सप्लाई के लिए भेजी जा रही है। इसके बाद पुलिस टीम ने रणनीति बनाकर गाड़ी की घेराबंदी की।
लोडिंग वाहन से बरामद हुई नकली खेप
पुलिस ने सुखदेव विहार कॉलोनी के पास सफेद रंग की लोडिंग गाड़ी (क्रमांक MP15-ZD1197) को रोका। गाड़ी पर ‘टाइगर’ लिखा हुआ था और उस पर प्यूमा कंपनी का लोगो लगाया गया था। जांच के दौरान वाहन के अंदर 10 कार्टन में कुल 300 जोड़ी जूते बरामद किए गए। प्रत्येक कार्टन में 30 बॉक्स रखे हुए थे। पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी कराई गई, ताकि साक्ष्य सुरक्षित रखे जा सकें।
पूछताछ में सामने आया सप्लाई नेटवर्क
वाहन चालक से पूछताछ करने पर उसने बताया कि यह माल उसने महालक्ष्मी प्लास्टिक इंडस्ट्रीज के मालिक योगेश पंजाबी से लिया था और वह इसकी डिलीवरी देने जा रहा था। इसके बाद पुलिस ने नकली ब्रांडेड जूतों की सप्लाई और बिक्री के जरिए अवैध लाभ कमाने का मामला दर्ज किया।
कॉपीराइट एक्ट के तहत मामला दर्ज
एरोड्रम पुलिस ने प्यूमा कंपनी के लीगल कंसलटेंट सुमित शर्मा, निवासी सावरिया नगर, की शिकायत पर योगेश पंजाबी, निवासी सांवेर, के खिलाफ कॉपीराइट एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की है। आरोप है कि आरोपी कंपनी के ट्रेडमार्क और कॉपीराइट का उल्लंघन कर उपभोक्ताओं को धोखा दे रहा था।
पुलिस के अनुसार, सुमित शर्मा पिछले तीन वर्षों से प्यूमा कंपनी में अधिकृत एडवोकेट और लीगल कंसलटेंट के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि उन्हें कंपनी के ट्रेडमार्क के गलत इस्तेमाल की लगातार सूचनाएं मिल रही थीं। जानकारी जुटाने के दौरान उन्हें एरोड्रम क्षेत्र में लोडिंग गाड़ी के खाली होने की सूचना मिली, जिसके बाद उन्होंने तुरंत पुलिस को अवगत कराया। इस सूचना पर की गई कार्रवाई से नकली ब्रांडेड माल के बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है।