फार्म हाउस के नाम पर खेती की जमीनें बेच दी land mafia ने


राजेश राठौर
exclusive

स्वतंत्र समय, इंदौर

इंदौर में जिस तेजी के साथ फार्म हाउस काटने का चलन बढ़ा तो उसका फायदा भू-माफियाओं ( land mafia ) ने उठाया। फार्म हाउस पर किसी ने भी कोई डेवलपमेंट नहीं किया, सिर्फ वाउंड्रीवॉल बनाकर भू-माफियाओं ने खरीदारों को बेवकूफ़ बनाया। कई फार्म हाउस तो सरकारी जमीन पर भी बिक गए।

land mafia ने शहर से 30 किमी दूर काटे फार्म हाउस

इंदौर में लगभग 600 से ज्यादा भू-माफिया ( land mafia )  ने जगह-जगह शहर से 25-30 किलोमीटर दूर तक फार्म हाउस काट दिए। महू, सांवेर, देपालपुर के अधिकांश गांवों में ये फार्म हाउस काटे गए। कई बार फार्म हाउस में लोग गलत काम करते हुए पकड़े गए। जुआ, सट्टा खेलते हुए तो आए दिन फार्म हाउस से लोग पकड़े जाते हैं। सडक़ किनारे बिना अनुमति के कई होटल, रेस्टोरेंट और ढाबे खुल गए हैं। पटवारी, राजस्व निरीक्षक, नायब तहसीलदार और तहसीलदार अवैध रूप से फार्म हाउस काटने वालों से रिश्वत लेते हैं। सरपंच तो इतने ज्यादा भ्रष्ट हैं कि वो पैसे लेकर किसी भी जगह पर निर्माण कार्य करने की अनुमति दे देते हैं। हालत यह है कि ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर अवैध निर्माण हैं लेकिन कोई भी सरपंच उन्हें तोडऩे की कार्रवाई नहीं करता। भू-माफियाओं ने शहरी लोगों को फार्म हाउस के नाम पर मूर्ख बनाते हुए करोड़ों रूपये कमा लिए। अब ऐसे फार्म हाउस वालों के खिलाफ जिला प्रशासन कार्रवाई करने वाला है। अवैध फार्म हाउस तोडऩे की कार्रवाई जल्द शुरू होने वाली है। ‘दैनिक स्वतंत्र समय’ की आम नागरिकों से अपील है कि यदि कोई फार्म हाउस खरीदता है, तो जमीन का उपयोग और फार्म हाउस काटने की अनुमति है या नहीं इसकी भी जांच कराना चाहिए, क्योंकि फार्म हाउस बेचने वाले अधिकांश भू-माफिया फर्जी काम कर रहे हैं। ‘सरकारी जमीन पर फार्म हाउस’ काट रहे हैं। जिन्होंने फार्म हाउस खरीद रखे हैं वो अभी भी जांच करा सकते हैं। कलेक्टर दफ़्तर में जाकर पता कर सकते हैं कि जिस जमीन पर उन्होंने फार्म हाउस खरीदा है, वह जमीन सरकारी तो नहीं है। फार्म हाउस काटने की अनुमति ली गई है या नहीं। बाकी राम जाने…