मध्य प्रदेश सरकार ने ग्रीष्मकालीन मूंग और उड़द की सरकारी दर (MSP) पर खरीदी की घोषणा की है। इस कदम से हजारों किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य मिलेगा और बाजार की अस्थिरता से राहत मिलेगी।
MSP पंजीयन और खरीदी की तारीखें तय
MSP खरीदी के लिए पंजीयन 19 जून से 6 जुलाई 2025 तक किया जा सकता है। वहीं, फसल खरीदी 7 जुलाई से 6 अगस्त 2025 तक चलेगी। निर्धारित समय सीमा में पंजीयन अनिवार्य है।
मूंग और उड़द की निर्धारित समर्थन मूल्य (MSP)
सरकार ने मूंग का समर्थन मूल्य ₹8,682 प्रति क्विंटल और उड़द का समर्थन मूल्य ₹7,400 प्रति क्विंटल तय किया है। यह दरें किसानों को सरकारी केंद्रों से मिलेंगी, जो बाजार से अधिक सुरक्षित और लाभकारी हैं।
किन जिलों में होगी MSP खरीदी
मूंग की खरीदी निम्न 34 जिलों में होगी: देवास, सागर, गुना, खंडवा, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, रायसेन, हरदा, सीहोर, जबलपुर, खरगोन, कटनी, दमोह, विदिशा, बड़वानी, मुरैना, बैतूल, श्योपुर, भिंड, भोपाल, सिवनी, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, छतरपुर, उमरिया, धार, राजगढ़, मंडला, शिवपुरी, अशोकनगर, इंदौर, बालाघाट, सतना। उड़द की खरीदी 10 जिलों में होगी। जबलपुर, कटनी, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, दमोह, पन्ना, मंडला, उमरिया, सिवनी, बालाघाट।
पंजीयन कैसे करें – ऑनलाइन और ऑफलाइन विकल्प
किसान mpeuparjan.nic.in पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। ऑफलाइन पंजीयन ग्राम पंचायत सचिव, कृषि विस्तार अधिकारी या नजदीकी CSC (कॉमन सर्विस सेंटर) पर किया जा सकता है।
पंजीयन की पात्रता और जरूरी दस्तावेज
• फसल की जानकारी और भूमि संबंधी दस्तावेज अनिवार्य हैं।
• आधार कार्ड, बैंक खाता विवरण (IFSC कोड सहित), भू-अधिकार ऋण पुस्तिका की स्वप्रमाणित प्रति आवश्यक है।
• यदि कोई किसान बटाई या सिकमी पर खेती कर रहा है, तो उसे अनुबंध की प्रमाणित प्रति देनी होगी।
पंजीयन शुल्क
• ऑनलाइन पंजीयन बिलकुल निःशुल्क है।
• CSC या पंजीयन केंद्र पर नाममात्र शुल्क लिया जा सकता है।
मोबाइल नंबर की आवश्यकता
• एक मोबाइल नंबर से सिर्फ एक पंजीयन किया जा सकेगा।
• उसी नंबर पर SMS अलर्ट, स्लॉट बुकिंग, खरीदी केंद्र की जानकारी भेजी जाएगी।
स्लॉट बुकिंग और तुलाव की प्रक्रिया
पंजीयन पूरा होने के बाद किसान को ई-उपार्जन पोर्टल पर स्लॉट बुक करना होगा। खरीदी केंद्र का नाम और समय SMS के माध्यम से बताया जाएगा। निर्धारित दिन और समय पर ही फसल की तुलाव की जा सकेगी।
उपार्जन केंद्रों पर किसान सुविधाएं
• छाया और बैठने की सुविधा
• शुद्ध पेयजल
• शौचालय और प्राथमिक उपचार किट
• व्यस्त केंद्रों पर अतिरिक्त कर्मचारी, लैपटॉप, बैटरी आदि की व्यवस्था
उपार्जन प्रक्रिया की पारदर्शिता
हर किसान को फसल बेचने पर कंप्यूटराइज्ड रसीद दी जाएगी जिसमें किसान का नाम, बैंक खाता, रक़म आदि विवरण होगा। उपार्जन केंद्र प्रभारी द्वारा हस्ताक्षरित रसीद ही मान्य होगी।
फसल परिवहन की जिम्मेदारी
संबंधित सहकारी संस्था द्वारा अनुबंधित परिवहनकर्ता ही फसल को केंद्र से गोदाम तक ले जाएंगे। यदि वह देरी करते हैं तो वैकल्पिक व्यवस्था होगी और जुर्माना भी लगाया जाएगा।
अनुमानित फसल क्षेत्र और उत्पादन
• मूंग: अनुमानित क्षेत्र – 14.35 लाख हेक्टेयर, संभावित उत्पादन – 20.23 लाख मीट्रिक टन
• उड़द: अनुमानित क्षेत्र – 0.95 लाख हेक्टेयर, संभावित उत्पादन – 1.24 लाख मीट्रिक टन
सूचना और जागरूकता
हर उपार्जन केंद्र पर एक बड़ा बैनर लगाया जाएगा जिसमें केंद्र का नाम, FAQ गुणवत्ता मानक, भुगतान प्रक्रिया की जानकारी दी जाएगी, ताकि किसानों को किसी तरह की दिक्कत न हो।