स्वतंत्र समय, इंदौर
निपानिया की एक जमीन को लेकर किसान की शिकायत पर लसूडिया थाने में बिल्डर ( builder ) टीनू संघवी और भरत मोदी पर एफआईआर दर्ज की गई है। इस जमीन को लेकर दो केस हुए हैं, एक में टीनू संघवी और उसके पार्टनर राजेंद्र अग्रवाल को आरोपी बनाया गया है तो दूसरे मामले में भरत मोदी को आरोपी बनाया गया है।
इन केसों में हुआ builder पर केस
पहली एफआईआर बिल्डर ( builder ) टीनू उर्फ भूपेश संघवी और राजेंद्र अग्रवाल के खिलाफ धारा 269, 270, 432 और 430 के तहत फरियादी धर्मनारायण जोशी की शिकायत पर हुई है। यह धाराएं जल प्रदूषण व अन्य ऐसे काम करने से जुड़ी हैं जिससे संक्रमण की आशंका हो और मानवजीवन को खतरा है। किसान प्रेमलता सोनी, कांताबाई और राजेंद्र सोनी की निपानिया में 3 एकड़ जमीन है। इस जमीन के पास टीनू और राजेंद्र की प्लेटिनम पैराडाइज कालोनी है। इन्होंने कालोनी का विकास सही नहीं किया और सेप्टिक टैंक नहीं बनाया। इसका पूरा मल व गंदा पानी उनकी जमीन पर छोड़ दिया है। दूसरी एफआईआर में भरत मोदी पर धारा 427 और 447 लगायी गई है। इसके तहत जमीन के पास प्लेटिनम पैराडाइज के साथ भरत मोदी के परिवार की जमीन है। उन्होंने इस जमीन पर मिलन इस्टेट कालोनी और शॉपिंग मॉल बनाने के नाम पर आवेदकों की बाउंड्रीवॉल तोड़ कर पुरानी बीम पर अपनी नई बाउंड्रीवॉल बनाकर शिकायतकर्ताओं की जमीन सहित सरकारी जमीन पर कब्जा कर रहे हैं।
उन्होंने पास ही सरकारी शमशान घाट की भी सवा एकड़ जमीन अपने नाम करा ली है और दूसरी सरकारी जमीन पर भी कब्जा किया हुआ है।