पांच करोड़ plants हर साल लगाती है सरकार 50 फीसदी को भी नहीं बचा पाता फॉरेस्ट

स्वतंत्र समय, भोपाल

मप्र सरकार प्रदेश में हर साल 5 से 6 करोड़ पौधे ( plants ) लगाती है, लेकिन इनमें से 50 फीसदी से अधिक पौधे तो देखभाल के अभाव में लगाते ही नष्ट हो जाते हैं। करीब 50 फीसदी पौधे बच पाते है और इनके नाम पर भी फॉरेस्ट विभाग में संधारण के नाम पर फर्जी मस्टर और खाद-कीटनाशक के नाम पर भ्रष्टाचार किया जाता है।

एक दिन में 7 करोड़ plants लगाने का फर्जी रिकार्ड

इस साल भी सरकार 5 करोड़ से अधिक पौधे ( plants  ) लगाने जा रही है। वन विभाग ने वर्ष 2017 में एक दिन के भीतर 7 करोड़ पौधे लगाने का फर्जी रिकार्ड बनाया था। लगाए गए पौधों का सत्यापन करने कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे उमंग सिंघार जब आसपास के जंगलों में गए तो उन्हें पौधों की जगह गढ्डे ही नजर आए। विधानसभा में भी एक दिन में 7 करोड़ पौधे लगाने का फर्जी रिकार्ड बनाने का आरोप विपक्षी सदस्यों ने लगाया था। कोरोनाकाल के दौरान पौधे लगाने का काम धीमा हुआ, लेकिन तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह रोज स्मार्ट सिटी में पौधा लगाने का कार्य लगातार करते रहे। तत्कालीन एपीसीसीएफ वाय सत्यम ने एक दिन में 7 करोड़ पौधे लगाने का बर्ल्ड रिकार्ड बनाने का प्रमाण पत्र भी प्राप्त कर लिया था, लेकिन जब इस मामले की जानकारी सरकार ने विधानसभा में प्रस्तुत करने के लिए अफसरों को मांगी तो आज तक जवाब नहीं दिया गया। इसके बाद से विभाग अब फूंक-फूंककर कदम रख रहा है।

इस साल भी लगाए जाएंगे 5.39 करोड़ पौधे

वन विभाग इस साल प्रदेश में 5 करोड़ 39 लाख 72 हजार 935 पौधे लगाने जा रहा है। इनमें से एक करोड़ 24 लाख 21 हजार पौधे वन विकास निगम लगाएगा और बकाया 4.15 करोड़ पौधे वन विभाग लगाएगा। इसके तहत बैतूल सर्किल में 18 लाख, भोपाल सर्किल में 41 लाख, छतरपुर सर्किल में 27 लाख, छिंदवाड़ा में 30 लाख, खंडवा में 36 लाख, ग्वालियर में 19 लाख, नर्मदापुरम में करीब 6 लाख, इंदौर सर्किल में 16 लाख, जबलपुर में 26 लाख, रीवा में 41 लाख, सागर में 35 लाख, सिवनी में 20 लाख, शिवपुरी में 35 लाख, शहडोल में 22 लाख तथा उज्जैन में 30 लाख से अधिक पौधे लगाए जाएंगे।

सबसे ज्यादा पौधे इन जिलों में लगेंगे

पूर्व छिंदवाड़ा में 13 लाख, पश्चिम छिंदवाड़ा में 10 लाख, दक्षिण में 6 लाख, रायसेन में 8 लाख, बड़वानी में 7 लाख, सेंधवा में 6 लाख, हरदा में 5 लाख, दक्षिण बैतूल में 7 लाख, उत्तर एवं पश्चिम में 5-5 लाख, औबेदुल्लागंज एवं भोपाल में 5-5 लाख, खंडवा, खरगोन में 6-6 लाख, हरदा में 5 लाख, कटनी में 11 लाख, ऌााबुआ में 7 लाख, पूर्व मंडला में 6 लाख, रीवा में 6 लाख, सीधी में 7 लाख, दक्षिण सागर में 18 लाख, दमोह में 9 लाख, उत्तर सागर में 8 लाख, शिवपुरी में 18 लाख, गुना में 12 लाख, उत्तर शहडोल में 9 लाख, उमरिया में 5 लाख, दक्षिण शहडोल में 5 लाख, देवास और नीमच में 9-9 लाख पौधे लगाए जाएंगे। इतने पौधे लगाने के बाद जिंदा कितने बच पाते है, यह तो बाद में पता चलेगा, लेकिन रेंज अफसर और डीएफओ के बारे-न्यारे जरूर हो जाते हैं।