स्वतंत्र समय, राहतगढ़
जिले के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल राहतगढ़ के बनेनी घाट 108 शिवलिंग मंदिर के थोड़ी आगे बीना नदी के किनारे खुदाई में पांच शिवलिंग मिले हैं। यह शिवलिंग काफी अद्भुत हैं जो एक ही चट्टान पर उकेरे गए हैं जो राहतगढ़ किला और बनेनी घाट मंदिर निर्माण के समय के बताए जा रहे हैं। वहीं शिवलिंग मिलने की जानकारी लगते ही मौके पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी और पूजा अर्चना की जाने लगी।
3 फुट खुदाई के बाद शिवलिंग मिले
नगर के वयोवृद्ध महेश सिलावट के अनुसार नदी किनारे शिवलिंग बरसों पहले थे, हमने उनके दर्शन भी किए हैं। उन्होंने बताया कि इस स्थान पर दो विशालकाय सांप भी आते थे जो शिवलिंग के पास ही बैठते थे लेकिन धीरे-धीरे शिवलिंग दिखाई नहीं दिए, लेकिन यह सांप अभी भी कई लोगों को यहां दिखाई दिए हैं। यह जानकारी महेश सिलावट ने नगर के पुष्पेंद्र सिंह राजपूत सतीश सिलावट को दी तो उन्होंने उस स्थान पर खुदाई करने का निर्णय लिया। पुष्पेंद्र राजपूत ने बताया कि बुजुर्गों के द्वारा बताई गई जानकारी के बाद वह और उनकी टीम जिसमें राम अवतार, विकास सोनी, रघुवीर ठाकुर, मनोहर यादव, रिंकु गौर दीपेश अहिरवार लगातार इस क्षेत्र में खुदाई कर रहे थे, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल रही थी। इसी बीच कुछ लोगों ने सांप वाली जानकारी दी कि इस स्थान पर सांप देखे गए हैं तो जिस स्थान पर सांप देखे गए थे उसी स्थान पर खुदाई करना शुरू की तो लगभग 3 फुट खुदाई करने के बाद शिवलिंग मिल गए। इसके बाद उन्होंने शिवलिंग की अच्छी से साफ सफाई कर पूजा अर्चना की साथ ही रुद्राभिषेक भी किया। अब इसे चमत्कार कहें या संयोग लेकिन जैसे ही खुदाई में शिवलिंग मिले तो पहले तो युवाओं ने शिवलिंग को अच्छी से साफ किया और मौके पर ही पत्रकार धर्मेंद्र सिंह राजपूत भी पहुंच गए और तुरंत ही वह भगवान भोलेनाथ का दूध से अभिषेक करने के बस्ती मे गाय का ताजा दूध लेने के लिए पहुंचे तो थोड़े दूरी पर माधुरी तिवारी के आंगन में एक गाय दिखी जब उन्होंने दूध का पूछा तो पता चला गाय दूध नहीं देती क्योंकि वह ग्यावन ही नहीं हुई लेकिन धर्मेंद्र सिंह राजपूत ने माधुरी तिवारी से कहा कि प्रयास करो भोलेनाथ की कृपा हो जाए गाय से दूध दुहने का प्रयास किया तो गाय ने दूध दे दिया और वह इसे भगवान भोलेनाथ का चमत्कार मानकर तुरंत दूध लेकर मौके पर पहुंचे और भगवान भोलेनाथ का दूध से अभिषेक किया।