500 जवानों सहित 70 चार पहिया वाहनों पर निकाला flag march

स्वतंत्र समय, भोपाल

रविवार सुबह पुराने और नये शहर के सेंट्रल लायब्रेरी से पॉच सौ जवानो का पैदल फ्लैग मार्च एवं लाल परेड मैदान से वाहनों का फ्लैग मार्च ( flag march ) निकाला गया। आगामी लोकसभा चुनाव निष्पक्ष, निर्भीक एवं शांतिपूर्ण रुप से संपन्न कराने के लिये भोपाल पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद नजर आ रही है। फ्लैग मार्च में 500 जवानो सहित 70 चार पहिया वाहन शामिल रहे। लगभग 40 किलोमीटर के दायरे में संवेदनशील इलाक़ों में यह फ्लैग मार्च निकाला गया।

flag march मार्च

पैदल फ्लैग ( flag march ) मार्च पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र के नेतृत्व में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अवधेश गोस्वामी एवं अतिरिक्त पुलिस आयुक्त पंकज श्रीवास्तव तथा अन्य अधिकारियों एवं जवानों के साथ सुबह साढ़े ग्यारह बजे पुराने शहर के सेंट्रल लायब्रेरी ग्राउंड से आरंभ किया जाकर इतवारा, बुधवारा चौराहा, थाना तलैया चौराहा होते हुए लिली टॉकीज, जिंसी तिराहे होते हुए शब्बन चौराहा से होते हुए लाल परेड पर समाप्त हुआ। फ्लैग मार्च एक घण्टे में लगभग 5 किलोमीटर दायरे के संवेदनशील इलाक़ों में निकाला गया, जिसमें जिला पुलिस बल, क्यूआरएफ, एसएएफ समेत लगभग 500 अधिकारी, कर्मचारी सम्मिलित रहे।

वाहनों से flag march

वाहनों से फ्लैग मार्च ( flag march ) पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र के नेतृत्व में समस्त अधिकारियों एवं फोर्स के साथ लाल परेड मैदान से लगभग साढ़े बारह बजे प्रारम्भ हुआ, जो कि मालवीय नगर, रोशनपुरा होते हुए लिंक रोड 1, अर्जुन नगर तिराहे, 5 नंबर स्टॉफ, 6 नंबर, सुभाष स्कुल होते हुए मानसरोवर तिराहा, प्रगति, बोर्ड ऑफिस, चेतक ब्रिज होते हुए, रचना नगर गौतम नगर, सुभाष नगर होते हुए प्रभात चौराहा से वापस ओवर ब्रिज होते हुए मैदा मिल, डीबी माल के सामने से होते हुए पुरानी जेल होते हुए वापस लाल परेड ग्राउंड पर समाप्त हुआ, जो लगभग 35 किलोमीटर दायरे में रहा।

यह वाहन रहे शामिल

फ्लैग मार्च में रुद्र, वज्र, थाना मोबाइल, जिप्सी, बस समेत लगभग 70 वाहन शामिल रहे, जिसमें जिला पुलिस बल, क्यूआरएफ, एसएएफ के जवान समेत लगभग 500 अधिकारी/कर्मचारी सम्मिलित रहे। पुलिस मिशनर हरिनारायणाचारी मिश्र ने कहा कि फ्लैग मार्च का मुख्य उद्देश्य आमजन को निर्भीक एवं निष्पक्ष होकर मतदान करने हेतु प्रेरित करना तथा शहर में सुरक्षा का माहौल बनाए रखना एवं गुंडों, बदमाशों तथा असामाजिक तत्वों में भय का माहौल उत्पन्न करना था, ताकि आमजन सुरक्षित महसूस करते हुए जिम्मेदार एवं जागरूक होकर निर्भीक व निष्पक्ष मतदान कर सके।