स्वच्छता और शहरी नवाचार पर फोकस, तीन शहरों का अध्ययन करेंगे पार्षद

करीब पंद्रह वर्षों के लंबे अंतराल के बाद इंदौर नगर निगम ने एक अहम कदम उठाया है। महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव के मार्गदर्शन में नगर निगम के पार्षदों के तीन अलग-अलग अध्ययन दल देश के प्रमुख शहरों के भ्रमण पर रवाना होंगे। इस पहल का उद्देश्य अन्य शहरों में अपनाए जा रहे शहरी विकास, स्वच्छता और नगरीय प्रबंधन से जुड़े सफल नवाचारों को समझना और उन्हें इंदौर में लागू करने की दिशा में ठोस प्रयास करना है।

सूरत, नवी मुंबई और विशाखापट्टनम का अध्ययन दौरा

इस अध्ययन यात्रा के तहत पार्षदों के तीन अलग-अलग दल निर्धारित तिथियों पर देश के अग्रणी शहरों का भ्रमण करेंगे। पहला दल 16 से 19 दिसंबर तक नवी मुंबई जाएगा, दूसरा दल 17 से 20 दिसंबर के बीच सूरत का दौरा करेगा, जबकि तीसरा दल 6 से 9 जनवरी तक विशाखापट्टनम में अध्ययन करेगा। इन शहरों को इसलिए चुना गया है क्योंकि यहां स्वच्छता, शहरी नियोजन और प्रशासनिक व्यवस्थाओं में कई अभिनव प्रयोग सफलतापूर्वक लागू किए गए हैं।

अध्ययन यात्रा से पहले महापौर की अहम बैठक

इस क्रम में महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने चयनित पार्षदों के साथ सिटी बस कार्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में यात्रा की रूपरेखा, अध्ययन के प्रमुख विषयों और दौरे से अपेक्षित परिणामों पर विस्तार से चर्चा की गई। इस दौरान पार्षदों में खासा उत्साह देखने को मिला और सभी ने इस पहल को शहर के लिए उपयोगी बताया।

स्वच्छता और शहरी प्रबंधन के सफल मॉडल्स पर फोकस

महापौर ने जानकारी दी कि सूरत शहर ने स्वच्छता, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) और अर्बन गवर्नेंस के क्षेत्र में देशभर में अपनी अलग पहचान बनाई है। वहीं नवी मुंबई में वेस्ट मैनेजमेंट, वेस्ट टू आर्ट और आधुनिक सिटी प्लानिंग जैसे प्रयोगों ने उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। विशाखापट्टनम में भी शहरी विकास और प्रशासनिक नवाचारों के कई मॉडल मौजूद हैं, जिनका अध्ययन किया जाएगा।

साझा प्रयास से मिलेगा इंदौर को नया आयाम

महापौर  पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि इस तरह के अध्ययन भ्रमण पार्षदों को देश के अन्य शहरों में हो रहे नवाचारों को नजदीक से देखने और समझने का अवसर देते हैं। इससे उनकी सोच का विस्तार होता है और इंदौर के विकास को नई दिशा मिलती है। उन्होंने इसे सकारात्मक संकेत बताया कि इस अध्ययन दल में कांग्रेस और भाजपा दोनों दलों के पार्षद शामिल हैं, जो एकजुट होकर इंदौर का प्रतिनिधित्व करेंगे।

इंदौर के ‘ब्रांड एम्बेसडर’ बनेंगे पार्षद

महापौर ने इस पहल को अपने आप में एक नवाचार बताते हुए कहा कि ये अध्ययन दल इंदौर के “ब्रांड एम्बेसडर” के रूप में सूरत, नवी मुंबई और विशाखापट्टनम जाएंगे। वहां के सफल मॉडल्स और नवाचारों से सीख लेकर लौटेंगे और उन्हें इंदौर में लागू करने की दिशा में काम किया जाएगा। इससे इंदौर की पहचान को और मजबूती मिलेगी और शहर विकास के नए आयाम स्थापित करेगा।