मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार नागरिकों को शुद्ध, प्रमाणिक और गुणवत्तापूर्ण खाद्य सामग्री व औषधियाँ उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इसी दिशा में अब प्रदेश के प्रत्येक जिले में फूड एंड ड्रग टेस्टिंग लैबोरेटरी स्थापित करने की योजना तैयार की गई है। मुख्यमंत्री ने यह घोषणा इंदौर में आयोजित लोकार्पण समारोह में की, जहां उन्होंने 8 करोड़ 30 लाख रुपये की लागत से निर्मित अत्याधुनिक फूड एंड ड्रग टेस्टिंग लैब का शुभारंभ किया।
मिलावटखोरी पर सख्त एक्शन की चेतावनी
डॉ. यादव ने कहा कि खाद्य और औषधि निर्माण या विक्रय में मिलावटखोरी किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सरकार ऐसे तत्वों पर सख्त कार्रवाई करेगी ताकि आमजन तक सुरक्षित और मानक गुणवत्ता वाले उत्पाद पहुँच सकें। वहीं, ईमानदारी और गुणवत्ता के साथ कार्य करने वाले उद्योगों व संस्थानों को राज्य सरकार द्वारा प्रोत्साहन और सहयोग भी प्रदान किया जाएगा।
इंदौर की लैब बनेगी प्रदेश का मॉडल सेंटर
मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौर की यह नई लैब विशेष रूप से मालवांचल क्षेत्र के लिए मील का पत्थर साबित होगी। यहां अत्याधुनिक तकनीक के माध्यम से खाद्य पदार्थों और दवाओं की सटीक जांच होगी। यह लैब न केवल इंदौर बल्कि प्रदेश के अन्य जिलों के लिए भी आदर्श मॉडल के रूप में कार्य करेगी। इसके जरिए जांच प्रक्रिया को पारदर्शी, प्रभावी और सुलभ बनाया जा सकेगा।
प्रदेश में तेजी से बढ़ रहा लैब नेटवर्क
कार्यक्रम में लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा (राज्यमंत्री) नरेंद्र शिवाजी पटेल ने जानकारी दी कि भोपाल के बाद इंदौर प्रदेश की दूसरी फूड एंड ड्रग टेस्टिंग लैब है।
उन्होंने बताया कि —
- तीसरी लैब जबलपुर में अगले तीन माह में शुरू की जाएगी,
- चौथी लैब ग्वालियर में चार माह बाद प्रारंभ होगी,
- और पांचवीं लैब की आधारशिला उज्जैन में रखी जाएगी।
- पटेल ने कहा कि राज्य में खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग को तकनीकी रूप से सशक्त बनाया जा रहा है ताकि आम नागरिकों को शुद्ध और गुणवत्तापूर्ण खाद्य पदार्थ व औषधियाँ मिल सकें।
इंदौर में हो रहे हैं स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़े बदलाव
जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश और विशेषकर सांवेर क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
उन्होंने बताया —
- एम.वाय. अस्पताल, इंदौर को आधुनिक स्वरूप देने के लिए ₹787 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है।
- सांवेर नगर परिषद में ₹5.5 करोड़ की लागत से 50 बेड का सिविल अस्पताल तैयार हो चुका है।
- कनाडिया में ₹10 करोड़ से 50 बिस्तरों का अस्पताल निर्माणाधीन है।
- कम्पेल में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का उन्नयन कर ₹15 करोड़ से 30 बिस्तरीय सामुदायिक केंद्र बनाया जा रहा है।
- मांगलिया में ₹7 करोड़ से आयुष औषधालय और सांवेर सिविल अस्पताल में ₹3 करोड़ से स्टाफ क्वार्टर व ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण पूरा हुआ है।
- इन परियोजनाओं से क्षेत्र के लोगों को बेहतर उपचार, आधुनिक सुविधाएँ और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएँ प्राप्त हो रही हैं।
मुख्यमंत्री ने दी छठ पर्व की शुभकामनाएं
कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नागरिकों को छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य जनस्वास्थ्य की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देना है।
कार्यक्रम में शामिल रहे वरिष्ठ अधिकारी और जनप्रतिनिधि
इस अवसर पर नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधाय मधु वर्मा, सुमित मिश्रा, श्रवण सिंह चावड़ा, संभागायुक्त डॉ. सुदाम खाड़े, पुलिस कमिश्नर संतोष कुमार सिंह, कलेक्टर शिवम वर्मा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
कार्यक्रम के प्रारंभ में खाद्य एवं औषधि प्रशासन के नियंत्रक दिनेश श्रीवास्तव ने स्वागत भाषण दिया, जबकि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. माधव हसानी ने आभार व्यक्त किया।