Food Minister के हवा-हवाई निर्देश की मंत्री नारायण पंवार ने खोली पोल

रामानंद तिवारी, भोपाल

प्रदेश में गेहूं खरीदी को खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री ( Food Minister ) गोविंद सिंह राजपूत ने अफसरों को सख्त निर्देश दिये थे कि धान और गेहूं उपार्जन परिवहन और भण्डारण में सामने आने वाली गड़बडियों को रोका जाए। लेकिन मंत्री के निर्देश संबंधी दावे खोखले साबित हुए। उन्हीं की सरकार के मछुआ कल्याण एवं मत्स्य विकास मंत्री नारायण पंवार ने औचक निरीक्षण में खरीद केंद्र पर गड़बड़ी का मामला उजागर किया।

Food Minister ने खाद्य आयुक्त के दिए थे निर्देश

दरअसल, राजगढ़ जिले के नापानेरा गेहूं खरीदी केंद्र पर किसानों के साथ धोखाधड़ी की जा रही थी। जिसे राज्य मंत्री पंवार ने निरीक्षण के दौरान पकड़ लिया। खाद्य मंत्री ( Food Minister ) ने रस्मअदायगी करते हुए गेंहू खरीदी की शुरूआत से पूर्व अपर मुख्य सचिव खाद्य एवं आयुक्त खाद्य को दिए निर्देश में कहा था कि धान और चावल के मिलिंग और परिवहन के दौरान वाहनों में जीपीएस सिस्टम आवश्यक रूप से लगवाने के साथ उसकी मॉनिटरिंग भी करें। गेहूं खरीदी में सरकार की सख्त सेंट्रल कमांड सेंटर से होगी। मप्र में 15 लाख 33 हजार किसानों से 3,528 उपार्जन केंद्रों पर समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी की जा रही है। इस दौरान कई तरह की गड़बडिय़ां सामने आ रही है। सबसे बड़ी गड़बड़ी किसानों के साथ ही जा रही है। उपार्जन केंद्रों पर 50 किलो पर 150 से 200 ग्राम अधिक तौल कर किसानों से खुली लूट हो रही है। यानी एक क्विंटल गेहूं पर किसानों से 300 से लेकर 400 ग्राम तक अधिक गेहूं लिया जा रहा है।

गड़बड़ी के मामले उजागर

प्रदेश के श्योपुर, शिवपुरी, राजगढ़, सीहोर, होशंगाबाद, ग्वालियर, दतिया, अशोकनगर, गुना समेत अन्य जिलों से खरीद केंद्रों पर गड़बड़ी के मामले सामने आ चुके हैं। सबसे ज्यादा प्रकरण कम तौल और किसानों से नंबर लगाने के नाम पर पैसा मांगने के आए हैं। फसल को पास करने के नाम पर खरीद केंद्रो पर रिश्वत मांगी जा रही है।

इस तरह की जा रही गड़बड़ी

प्रदेशभर में आ रही शिकायतों के अनुसार कुछ समर्थन मूल्य केंद्रों पर नॉन एफएक्यू यानी गुणवत्ताहीन गेहूं खरीदा जा रहा है। वह भी किसानों को 200 ग्राम का नुकसान पहुंचाकर। समितियों को 200 ग्राम के प्लास्टिक बारदान में 50 किलो का तौल करना है। जो तौलने पर 50 किलो 200 ग्राम होना चाहिए लेकिन प्रबंधक व कर्मचारी 50 किलो 400 ग्राम का तौल कर रहे हैं। ऐसे में किसान को 1 क्विंटल पर 400 ग्राम का नुकसान पहुंचाया जा रहा है। इसके साथ ही किसान की उपज तौलने से पहले ही एक टीन के पात्र में उपज का कुछ भाग ले लिया जाता है। किसानों का कहना है कि इस प्रकार रोज अतिरिक्त गेहूं लिया जाता और 4. 5 कट्टे भरकर रख लिए जाते थे। कई केंद्रों पर खरीदी केंद्रों पर मॉयश्चर मशीन से जांच किए बगैर ही गेहूं खरीदा जा रहा था। ट्रैक्टर ट्रालियों की लंबी कतारें हैं।