सऊदी अरब में बढ़ता फ़ुटबॉल का खुमार | क्या ronaldo के आने से बदलेगी सऊदी क्रिकेट की तस्वीर ?

Ronaldo का दावा उन्होंने दुनिया भर से आये प्रस्तावों को ठुकरा है वे अब सिर्फ सऊदी फुटबॉल पर ध्यान केन्द्रित करने के लिए तैयार है |

हाल ही में ronaldo ने सऊदी अरब के फुटबॉल क्लब अल नासेर के साथ 200 मिलियन यूरो का कॉन्ट्रैक्ट किया है जिससे वे फुटबॉल इतिहास में सबसे अधिक कमाई करने वाले खिलाडी बन गए है

जहाँ ज्यादातर फुटबॉल खिलाडियों की कीमत 35 के उम्र के बाद कम होने लगती है वही 37 साल के christiano ronaldo की कीमत लगातार बढ़ती जा रही है ,हाल ही में उनके सऊदी क्लब अल नासेर के साथ किये गए करार के बाद पूरी दुनिया के नजरें अब सऊदी फूटबाल पर टिक गयी है, ronaldo की इस डील ने जहाँ अन्य खिलाडियों के लिए भी सऊदी के रस्ते खोल दिए है तो वही सऊदी देशो में भी अब फूटबाल के सुनहरे भविष्य को देखा जा रहा है, हालाँकि क़तर में खेले गए विश्व कप में वो बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाए थे लेकिन उसके बावजूद उनके लिए सऊदी के द्वार खुले और उन्होंने सऊदी के साथ सबसे महंगा करार किया

अभी एक महीने से भी कम वक्त ही गुज़रा है, जब पुर्तगाल की फ़ुटबॉल टीम के कप्तान क्रिस्टियानो रोनाल्डो क़तर में हो रहे विश्व कप के क्वॉर्टर फ़ाइनल में मोरक्को से 1-0 से हारने के बाद आंखों में आंसू लिए मैदान से बाहर जाते दिखे थे,पुर्तगाल को हराने के बाद मोरक्को वर्ल्ड कप के सेमीफ़ाइनल तक पहुँचने वाला पहला अफ़्रीकी अरब देश बना था. विश्व कप जीतने का सपना टूटने के कुछ सप्ताह बाद पुर्तगाल के कप्तान क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने यूरोपीय फ़ुटबॉल क्लब मैंचेस्टर यूनाइटेड को छोड़कर,सऊदी अरब के अल-नासेर से नाता जोड़ लिया है |

किसने सोचा होगा कि मैनचेस्टर यूनाइटेड, रियाल मैड्रिड और यूवेंट्स जैसे क्लब से खेल चुके रोनाल्डो फ़ुटबॉल को अलविदा कहने से पहले सऊदी अरब और क़तर का रुख़ करेंगे.1970 के दशक में खाड़ी देशों में फ़ुटबॉल अपने शुरुआती दौर में ही था लेकिन उस दौर में भी सऊदी अरब के अल हिलाल क्लब ने दुनिया भर के फ़ुटबॉल प्रेमियों को चौंकाया था.

क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की सोच सऊदी को विश्व पटल पर लाना

क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान क़तर विश्व कप के दौरान कई बार फ़ीफ़ा के प्रमुख जी वी इनफ़ैंन्तिनो के साथ दिखे. खेलों को साल 2016 में मोहम्मद बिन सलमान के ‘विज़न 2030’ के तहत प्राथमिकताओं में शामिल किया गया.इसके बाद से ही सऊदी अरब के ख़ेल जगत में बड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं.विज़न 2030 के तहत तीन लक्ष्य रखे गए, जिसका मक़सद खेलों में लोगों की भागीदारी को 2030 तक 40 फ़ीसदी तक बढ़ाना, विदेशों में सऊदी के एथलीटों की परफॉर्मेंस को सुधारना और खेल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना है.फ़ुटबॉल पर पकड़ रखने वाले पत्रकार उरी लेवी ने मोहम्मद बिन सलमान का एक वीडियो ट्वीट किया है. उन्होंने बताया है कि रोनाल्डो का सऊदी अरब पहुँचना बड़े बदलाव का संकेत है.वीडियो में सऊदी क्राउन प्रिंस कह रहे हैं कि मध्य पूर्व अब नया यूरोप बनेगा.

Ronaldo ने कहा – मैं एक अद्वितीय खिलाड़ी हूँ,” मैंने वहां सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए। मैं यहां कुछ रिकॉर्ड और तोड़ना चाहता हूं। यह अनुबंध अद्वितीय है लेकिन मैं एक अद्वितीय खिलाड़ी हूं, इसलिए मेरे लिए यह सामान्य है। मैं वास्तव में इस बात की चिंता नहीं करता कि लोग क्या कहते हैं। मैं वास्तव में यहां आकर बहुत खुश हूं। मुझे पता है कि लीग बहुत प्रतिस्पर्धी है, मैंने कई खेल देखे है, मैं फुटबॉल खेलना जारी रखने के लिए तैयार हूं। उन्होंने कहा कि उन्होंने दुनिया भर की विभिन्न टीमों के अन्य प्रस्तावों को ठुकरा दिया। यह कोई नहीं जानता, लेकिन मेरे पास यूरोप, ब्राजील, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, पुर्तगाल में कई अवसर थे, कई क्लबों ने मुझे साइन करने की कोशिश की। मैंने इस क्लब को अपना वचन दिया। मैं इस देश और फुटबॉल को अलग नजरिया देना चाहता हूं। यही कारण है कि मैंने यह अवसर लिया।