Indore News : इंदौर चिड़ियाघर (जू) अक्टूबर महीने से दर्शकों के लिए और भी रोमांचक होने वाले है। वो इसलिए क्योंकि अब इंदौर जू में पर्यटक ऑस्ट्रिट (शुतुरमुर्ग) और जंगली भैंसा (बायसन) भी देख सकेगे। साथ ही इंदौर जू मध्यप्रदेश का पहला ऐसा चिड़ियाघर होगा, जहां बायसन को भी देखा जाएगा।
ये दोनो वन्य प्राणी एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत कर्नाटक के सोमाको जू से इंदौर लाए जा रहे है। इसके बदले इंदौर जू की तरफ से वहां शेर का एक जोड़ा भेजा जा रहा है। आपको बता दें कि एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत चार बायसन (जंगली भैंसे) और चार शुतुरमुर्ग 28 सितंबर तक इंदौर पहुंच जाएंगे।
इन बायसन के दो जोड़ो में से एक का नाम रूद्र और दूसरे का कल्कि नाम रखा गया है। इस आदान प्रदान को सेंट्रल जू अथॉरिटी से भी आवश्यक मंजूरी मिल चुकी है।बायसन के लिए फरवरी महीने में विशेष तैयारी की जा रही थी। उनके लिए मजबूत और सुरक्षित बाड़ो का निर्माण किया गया है। इंदौर पहुंचने के बाद उन्हें 2-4 दिनों के लिए क्वारंटाइन में रखा जाएगा। इसके बाद ही टुरिस्ट इन्हें देख सकेंगे।
बायसन जिसे आम भाषा में जंगली भैंसा कहते है। ये भारतीय मवेशियों मे सबसे विशाल जानवर होता है। इसका वजन 1000 से 1500 किलो तक होता है। इनका मांसल शरीर और बड़ी कद-काठी इन्हें जंगल का बाहुबली बनाते है। इंदौर के चिड़ियाघर में लगातार नई और दुर्लभ प्रजातियों को लाया जा रहा है। बायसन के आने से दर्शकों की संख्या और बढ़ने की उम्मीद है।
आपको बता दें कि इंदौर चिड़िया घर में अफ्रीकन शुतुरमुर्ग का एक जोड़ा पहले से मौजूद है। ये दुनिया का सबसे बड़ा पक्षी एग्जॉटिक ब्रीड है। ये जोड़ा इंदौर जू को हैदराबाद निवासी नंदकिशोर रेड्डी ने तोहफे के रूप में दिया था। नंदकिशोर रेड्डी का हैदराबाद में एक निजी एग्जॉटिक एनिमल फार्म है, जहां इन शुतुरमुर्गों को पाला गया था। हालाकि इंदौर लाए गए शुतुरमुर्ग अभी एक साल के है। इनकी ऊंचाई लगभग 5.6 फीट है। ये दो साल की उम्र में वयस्क होते है।