विदेश मंत्री जयशंकर : भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर अमेरिका दौरे पर हैं। बुधवार को उनसे अमेरिकी सांसद लिंडसे ग्राहम के नए विधेयक के बारे में पूछा गया। उन्होंने बताया कि भारतीय दूतावास और राजदूत लिंडसे ग्राहम से संपर्क में हैं। जब यह विधेयक पास होगा, तब फैसला किया जाएगा कि क्या करना है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जयशंकर ने कहा कि भारत अपनी ऊर्जा सुरक्षा को लेकर चिंता करता है और इस बात को ग्राहम को समझाने की कोशिश कर रहे हैं। भारत अपनी जरूरतों को ध्यान में रखता है।
भारत क्यों चिंतित है इस बिल को लेकर?
अमेरिका के सीनेटर लिंडसे ग्राहम एक नया कानून ला रहे हैं। इसमें कहा गया है कि अगर कोई देश रूस से तेल, गैस, यूरेनियम या अन्य चीजें खरीदता है, तो उस देश से आने वाले सामान पर अमेरिका 500% टैक्स लगाएगा। इससे भारत को परेशानी हो सकती है क्योंकि भारत अपनी जरूरत का बहुत सारा तेल रूस से खरीदता है। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के बाद भारत ने रूस से तेल की खरीद बढ़ा दी है। अब भारत रूस से तेल की मात्रा खाड़ी देशों से ज्यादा खरीदता है।
सीनेटर से संपर्क में हैं भारतीय राजदूत
जब डॉ. जयशंकर से लिंडसे ग्राहम के बिल के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि यह बिल हमारे लिए भी महत्वपूर्ण है और इससे हमारे फायदे पर असर पड़ सकता है। इसलिए हम लिंडसे ग्राहम से संपर्क में हैं। हमारे राजदूत उनसे बात कर रहे हैं और हमारी ऊर्जा सुरक्षा की चिंता भी उन्होंने समझ ली है। इस बिल को सीनेट में 80 सदस्यों का समर्थन मिल चुका है। रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद पश्चिमी देशों ने रूस पर प्रतिबंध लगाए, लेकिन भारत ने रूस से तेल खरीदना जारी रखा और सबके साथ बात करके संतुलन बनाया। अब हालात थोड़े कठिन हो रहे हैं।