स्वतंत्र समय, भोपाल
भारतीय वन सर्वेक्षण संस्थान देहरादून की रिपोर्ट आने के बाद वन विभाग एक्शन मोड में आ गया है। पीसीसीएफ मुख्यालय अब उन डीएफओ ( DFO ) को नोटिस जारी करने वाला है, जिनके वनमण्डलों में वन आवरण क्षेत्र घटा हैं। इसे लेकर वन भवन से लेकर वन वृत मुख्यलय तक यह सवाल उठ रहा है कि क्या अपर मुख्य सचिव वन अशोक वर्णवाल अपने साप्ताहिक कार्यक्रम टीएल (टाइम लिमिट) की बैठक के एजेंडे में शामिल करेंगे?
तीन दर्जन DFO को नोटिस देने की तैयारी
सूत्रों के अनुसार वन बल प्रमुख ( DFO ) असीम श्रीवास्तव ने संरक्षण शाखा से उन कारणों को जानना चाहा है कि जिनकी वजह से वन आवरण का घनत्व कम हुआ है। वन बल प्रमुख के निर्देश पर अब संरक्षण शाखा बड़वानी, भोपाल, बुरहानपुर, छतरपुर, दमोह, धार, डिंडोरी, पूर्व मंडला, गुना, हरदा, होशंगाबाद, इंदौर, जबलपुर, कटनी, खरगोन, कूनो पालपुर, नरसिंहपुर, नीमच, नार्थ बालाघाट, नॉर्थ बैतूल, नॉर्थ पन्ना, नॉर्थ सिवनी और नॉर्थ शहडोल सहित तीन दर्जन डीएफओ को नोटिस देने की तैयारी है। एक सीनियर अधिकारी के अनुसार वन घनत्व एरिया कम होने के असल कारणों तक पहुंचाने के लिए कैंपा शाखा, विकास शाखा और अनुसंधान विस्तार शाखा से रिलीज किए गए फंड और फील्ड में हुए कार्यों की सूक्ष्मता से जांच कराई जानी चाहिए। खासकर वर्किंग प्लान के अनुसार वन मंडलों में कार्य किए गए अथवा नहीं।
अतिक्रमण और उत्खनन को रोकने में नाकाम
राजनीतिक दबाव के चलते फॉरेस्ट के अधिकारी अतिक्रमण को रोक नहीं पा रहे हैं। जब किसी भी डीएफओ ने अतिक्रमण को लेकर सख्ती दिखाई उसे हटा दिया गया। फील्ड के अफसर पर लगातार हमले हो रहे हैं लेकिन मंत्रालय में बैठे अपर प्रमुख सचिव अशोक वर्णवाल उनकी सुरक्षा को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं। विभाग द्वारा खंडवा, बुरहानपुर, विदिशा, खरगोन, दमोह, पूर्व मंडला, उत्तर सिवनी, गुना और उत्तर बैतूल वन मंडलों में अवैध कटाई अतिक्रमण और उत्खनन को रोकने के लिए कोई एक्शन प्लान तैयार नहीं किया गया। प्रदेश में सर्वाधिक अतिक्रमण बुरहानपुर में हुआ हैं। बुरहानपुर में 1,90,102 हेक्टेयर अधिसूचित वन क्षेत्र हैं। इनमें से 52,751 हेक्टेयर क्षेत्र में अतिक्रमण पाया गया है। वर्तमान में नॉर्थ सिवनी, विदिशा और बुरहानपुर में तो कोई भी डीएफओ पदस्थ ही नहीं है।
राज्य वन मंत्री के क्षेत्र में भी हुआ तेजी से अतिक्रमण
पिछले पांच साल में जो पांच वन मंत्री बनें, लेकिन वे प्रदेश के जंगल तो क्या अपने गृह जिले के जंगल में ही अतिक्रमण को पैर पसारने से नहीं रोक पाए। राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार के गृह जिले छतरपुर में 12 हजार 957 हेक्टेयर अधिसूचित वन क्षेत्र में अतिक्रमण पाया गया है।
पूर्व वन मंत्रियों के क्षेत्र में अतिक्रमण…
गौरीशंकर शेजवार : रायसेन 46 हजार हेक्टेयर
उमंग सिंघार : धार 4360 हेक्टेयर
विजय शाह : खंडवा 4034 हेक्टेयर
नागर सिंह चौहान : अलीराजपुर 25601 हेक्टे.
दिलीप अहिरवार : छतरपुर 12,957 हेक्टेयर
वे वनमंडल जहां वन क्षेत्र घटा…
- दमोह 87. 72 वर्ग किमी
- पूर्व मंडला 60.80 वर्ग किमी
- उत्तर सिवनी 44.61 वर्ग किमी
- खरगोन 40.87 वर्ग किमी
- गुना 32.92 वर्ग किमी
- कटनी 32.92 वर्ग किमी
- बुरहानपुर 31.55 वर्ग किमी
- डिंडोरी 26.31 वर्ग किमी
- उत्तर बालाघाट 25.16 वर्ग
- धार जिला 19.67 वर्ग किमी